5G Smartphones Price: वो दिन दूर नहीं जब 5जी स्मार्टफोन के रेट घटकर नीचे आने वाले हैं. जी हां, आने वाले समय में 5जी फोन की कीमत गिरकर 10000 रुपये से भी नीचे आने की संभावना है. इंडियन मार्केट में अभी 34 करोड़ यूजर्स बेसिक फोन चला रहे हैं, कंपनियों का फोकस इन कस्टमर पर है.
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5G Smartphones: बाजार में एक से बढ़कर एक 5G स्मार्टफोन लॉन्च हो रहे हैं. 4G फोन के एवरेज प्राइस से 5G स्मार्टफोन का प्राइस भी काफी ऊपर है. एक 5G फोन की औसत कीमत 20000 रुपये के करीब है. लेकिन अब वो दिन दूर नहीं जब इनका एवरेज प्राइस घटकर 10000 रुपये या इससे भी नीचे आ जाएगा. यह बात आपको सुनकर भले ही यकीन न हो लेकिन आने वाले समय में ऐसा ही होने वाला है. जी हां, यह संभव होगा चिपसेट बनाने वाली कंपनी क्वालकॉम की मदद से. क्वालकॉम भारतीय बाजार के लिए सस्ते 5G चिपसेट ला रही है.
सबसे पहले Xiaomi के फोन में आएगी यह डिवाइस
चिपसेट बनाने वाली कंपनी क्वालकॉम भारत जैसे उभरते बाजार में 5G को बढ़ावा देने के लिए एंट्री-लेवल 5G चिपसेट ला रही है. 5G स्टैंडअलोन आर्किटेक्चर पर काम करने वाला क्वालकॉम का चिपसेट 2024 के अंत तक बाजार में आने की उम्मीद है. इसे सबसे पहले Xiaomi के डिवाइस में देखा जाएगा. HMD ग्लोबल और मोटोरोला जैसे अन्य स्मार्टफोन ब्रांड ने कहा कि वे इस चिपसेट वाले फोन लॉन्च करने से पहले दूसरे ऑप्शन पर भी विचार करेंगे. क्वालकॉम देश में सस्ते 5जी फोन बनाने वाली कंपनियों को चिपसेट देना चाहता है.
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सस्ते फोन की बिक्री में आई गिरावट
इससे पहले एक और चाइनीज कंपनी यूनिसोक की तरफ से भी इस तरह का दावा किया गया था. दोनों कंपनियां देश मं 120 डॉलर यानी करीब 10,000 रुपये से कम कीमत वाले 5जी फोन बनाने वाली कंपनियों को चिपसेट देना चाहती हैं. ग्राहक महंगे और अच्छे फोन खरीद रहे हैं, ऐसे में 100 डॉलर से कम वाले फोन की बिक्री लगातार कम हो रही है. रिसर्च करने वाली कंपनी आईडीसी ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल मार्च तिमाही में इस तरह के फोन की बिक्री 14% तक गिर गई. अब यह कुल बिक्री का महज 15% रह गया है. एक साल पहले यह आंकड़ा 20% पर था.
क्वालकॉम की मदद से आएगा सस्ता स्मार्टफोन
नए चिपसेट का नाम स्नैपड्रैगन 4एस जेन 2 (Snapdragon 4s Gen 2) है. ऐसे में फोकस सबसे सस्ते फोन वाले सेगमेंट पर है, जहां क्वालकॉम अपने प्रतिद्वंदी मीडियाटेक से पिछड़ रहा था. पिछले कुछ साल में अमेरिका की चिप बनाने वाली कंपनी का फोकस प्रीमियम सेगमेंट पर रहा है क्योंकि दुनियाभर के स्मार्टफोन मार्केट में ज्यादातर महंगे फोन बिक रहे थे. भारत जैसे उभरते बाजार में अभी भी बहुत से लोग फीचर फोन यूज करते हैं. ऐसे यूजर्स की संख्या आईडीसी के अनुसार 340 मिलियन (34 करोड़) से ज्यादा है. जानकारों का कहना है कि फोन बनाने वाली कंपनियां क्वालकॉम की मदद से इन लोगों को नया स्मार्टफोन देने की कोशिश करेंगी.
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फोन बनाने की लागत कम करने की कोशिश
क्वालकॉम के एक वरिष्ठ अधिकारी क्रिस पैट्रिक ने कहा, 'हम अपनी तकनीक खुद ही तैयार करते हैं. इसलिए हम उन्हें बदलकर सस्ते फोन के लिए भी यूज कर सकते हैं, जो हमारे प्रतिद्वंदी नहीं कर सकते.' उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने फोन बनाने की लागत कम करने की कोशिश की है ताकि 100 डॉलर से कम कीमत वाले फोन बनाए जा सकें. कंपनी ने बताया कि नए चिपसेट की वजह से स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) की कीमत कम कर सकती हैं, यह मोबाइल का एक जरूरी हिस्सा है.