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Shakun Shastra: शकुन शास्त्र के अनुसार जीवन में होने वाली हर घटना कोई न कोई संकेत देती है. कबूतर की गुटर गू से लेकर उनके उड़ने की चाल और घर में घोंसला बनाने तक हर चीज कुछ न कुछ शुभ और अशुभ संकेत देती है. ऐसे में अगर इन संकेतों को सही से समझ लिया जाए, तो आने वाली बुरी घटनाओं से बचा जा सकता है और अच्छे समय का सही से स्वागत किया जा सकता है. आइए जानते हैं शकुन शास्त्र के अनुसार कबूतर से जुड़ी हर एक चीज का अर्थ.
घोंसला बनाने का क्या है संकेत
यदि किसी व्यक्ति के घर में कबूतर घोंसला बना लेता है तो इसे शुकन शास्त्र के अनुसार अशुभ माना गया है. दरअसल यह दुर्भाग्य को निमंत्रण देने जैसा ही है. इसलिए जब भी कबूतर घर में घोंसला बनाए तो सतर्क हो जाए.
बिना घोंसला बनाए कबूतर का घर में आना
शुकन शास्त्र के अनुसार यदि कबूतर बिना घोंसला बनाए किसी व्यक्ति के घर में आता है तो यह शुभ माना जाता है. यदि ऐसा किसी के घर में दिखे तो तुरंत ही कबूतर को दाना जरूर खिलाएं.
दाना जरूर खिलाएं
शुकन शास्त्र के अनुसार कबूतर को दाना खिलाना शुभ माना गया है. ऐसा करने से व्यक्ति की कुंडली में गुरु और बुध दोनों ही मजबूत होते हैं. वहीं इनके घर में आने से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है. दरअसल कबूतर को धन की देवी मां लक्ष्मी से जोड़ा गया है. यह उनके असल भक्त कहलाते हैं.
क्या कहते हैं इनके बोलने के इशारे
यदि कबूतर दिन के पहले प्रहर में गुटर गूं करें तो यह शुभ माना जाता है. वहीं अगर ऐसा चौथे प्रहर में हो रहा है तो यह किसी कार्य में हानि की ओर इशारा करता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)