December 2022 Shubh Yog: दिसंबर महीने के पहले दिन ही कुछ ऐसे शुभ योग बने हैं जिनमें किए गए उपाय मां लक्ष्मी की जमकर कृपा दिलाएंगे. हिंदू पंचांग और ज्योतिष के अनुसार शश और हंस योग बन रहे हैं.
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1 December 2022 ka Panchang : साल 2022 का आखिरी महीना दिसंबर कई मायनों में बेहद शुभ साबित हो सकता है. इस महीने की शुरुआत ही बेहद शुभ योगों में हो रही है. ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति एक साथ कई शुभ योग बना रही है. शनि और गुरु जहां शश और हंस जैसे पंच महापुरुष राजयोग बना रहे हैं. वहीं रवि और हर्षण जैसे शुभ योग भी रहेंगे. इसके अलावा आज पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र भी रहेगा. कुल मिलाकर इन शुभ योगों में किए गए काम शुभ फल देते हैं. ज्योतिष में बताए गए ये खास उपाय करने से आपके जीवन की ढेरों समस्याएं दूर हो सकती हैं.
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए आज करें ये उपाय
आर्थिक समस्याएं दूर करने का उपाय: दिसंबर महीने की शुरुआत गुरुवार के दिन से हो रही है. इस दिन चंद्रमा, सौभाग्य देने वाले ग्रह गुरु की राशि मीन में रहेंगे. ऐसे में पीले रंग के कपड़े में नारियल, चांदी का सिक्का, पीली कौड़ियां और केसर बांध लें और इसे माता लक्ष्मी को अर्पित करें. इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अर्पित करें और विधि-विधान से पूजा करें. बाद में इसे तिजोरी या धन स्थान पर रख दें. इससे आपकी सारी आर्थिक समस्याएं धीरे-धीरे दूर होने लगेंगी.
करियर में तरक्की पाने का उपाय: आज भगवान विष्णु को हल्दी की माला चढ़ाएं और दिन भर पीले रंग के कपड़े पहनें. यह उपाय आपकी नौकरी-व्यापार में आ रही बाधाओं को दूर करेगा.
धन लाभ पाने का उपाय: आज श्रीयंत्र का दूध और जल से अभिषेक करें. फिर विधि-विधान से इसकी पूजा करें. अभिषेक का जल पूरे घर में छिड़कें. फिर श्रीयंत्र को धन स्थान पर रख दें. आप पर मां लक्ष्मी जमकर मेहरबान होंगी.
सुख-समृद्धि पाने का उपाय: आज सुबह तुलसी की पूजा करें, जल चढ़ाएं. शाम को तुलसी कोट में दीपक लगाएं. कन्याओं को पीली मिठाई खिलाएं. उन्हें कुछ भेंट दें. इससे घर में सुख-समृद्धि आएगी.
मुसीबतों-बाधाओं से निजात पाने का उपाय: दिसंबर के पहले दिन बने शुभ योगों में भगवान शिव की पूजा करना जीवन से सारे संकट-बाधाएं दूर कर देगा. इसके लिए शिवलिंग का जलाभिषेक करें और फिर कम से कम 11 और अधिकतम 108 बेलपत्रों पर सफेद चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें. यदि बेलपत्र पर मंत्र न लिख पाएं तो मंत्र जाप करते हुए बेलपत्र अर्पित करें. बाद में शिव लिंगाष्टकम स्तोत्र का पाठ करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)