वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियमों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से व्यक्ति के जीवन में मां लक्ष्मी का वास होता है. लेकिन मां लक्ष्म उन्हीं घरों में वास करती है, जहां पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इतना ही नहीं, जिन घरों में साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता वहां भी मां लक्ष्मी वास नहीं करती. जानें किन घरों के बाहर से वापस लौट जाती हैं मां लक्ष्मी.
वास्तु जानकारों का कहना है कि जिन घरों में रात में झाड़ू लगाई जाती है, वहां मां लक्ष्मी कभी निवास नहीं करती. वास्तु में रात को झाड़ू लगाने का सही नहीं माना गया है. शास्त्रों के अनुसार झाड़ू में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में जो लोग रात में झाड़ू लगाते हैं, मां लक्ष्मी उनसे नाराज हो जाती हैं और साथ ही, घर के वास्तु देव भी रुष्ट हो जाते हैं.
वास्तु शास्त्र में बेड पर बैठकर भोजन करने को भी शुभ नहीं माना गया है. इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है और घर में नेगिटिविटी आती है. इससे परिवार की सुख शांती प्रभावित होती है और जीवन में दरिद्रता आती है.
ऐसा माना जाता है कि जिन घरों में रात में कपड़े धोए जाते हैं, मां लक्ष्मी ऐसे घरों में बिल्कुल प्रवेश नहीं करती. रात में कपड़े धोने से भी घर में नेगिटिविटी का संचार होता है. रात में नकारात्मक शक्तियां प्रबल होती हैं और रात में कपडे़ धोने से घर में बीमारी आती हैं. इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि घर में कपड़े सुबह के समय ही धोएं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्यास्त के बाद किस को उधार देने से भी परहेज करना चाहिए. अगर कोई ऐसा करता है, तो इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. ऐसा करना आपको परेशानी में डाल सकता है. व्यक्ति कर्ज के बोझ में आ सकता है और व्यक्ति पर सुख-समृद्धि का अभाव रहेगा. इससे व्यक्ति के धन-हानि के योग बनते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार रात में किचन और बर्तन को साफ करके ही सना चाहिए. ऐसे में घरों में मां लक्ष्मी कभी निवास नहीं करती, जहां पर किचन को गंदा रखा जाता है. मां लक्ष्मी के साथ मां अन्नपूर्णा भी नाराज हो जाती हैं. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और घर में वास्तु दोष पैदा होता है.
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