Mahamrityunjay Mantra in Hindi: भोलेनाथ को समर्पित सावन में पूजा-अभिषेक, मंत्र जाप करना बहुत लाभ देता है. हिंदू धर्म में एक ऐसे ताकतवर मंत्र के बारे में बताया गया है जिसका जाप सारे रोग, भय, कष्ट दूर कर देता है.
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Mahamrityunjay Mantra ke fayde: हिंदू धर्म में सावन महीने को बेहद पवित्र माना गया है. सावन में भगवान शिव की पूजा की जाती है. शिवलिंग का अभिषेक करने, पूजा-अर्चना करने से बहुत लाभ होता है. सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, खूब सुख-समृद्धि मिलती है. इस बार 19 साल बाद सावन महीने में अधिकमास पड़ा है. इसे पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं. 59 दिन के सावन में 8 सावन सोमवार और 9 मंगला गौरी व्रत पड़ रहे हैं. सावन महीने में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अभिषेक के साथ-साथ मंत्र जाप करना भी बहुत लाभदायी होता है. आज हम शिव जी के एक ऐसे ताकतवर मंत्र के बारे में जानते हैं, जिसका सावन महीने में रोजाना जाप करने से सारे रोग, कष्ट और भय दूर हो जाते हैं. साथ ही जातक को सेहतमंद और लंबी उम्र मिलती है.
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के फायदे
सावन महीने में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के ढेर सारे फायदे हैं. इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है. दुर्घटनाओं-बीमारी से मृत्यु होने का खतरा टलता है. महामृत्युंजय मंत्र व्यक्ति को आरोग्य और लंबी उम्र देता है. व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. जो व्यक्ति अनजाने भय से ग्रस्त हो उसे महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए, इससे उसके सारे भय दूर होंगे. माना जाता है कि सावन महीने में महामृत्युंजय मंत्र की शक्ति और भी बढ़ जाती है. साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप जाने-अनजाने में किए गए सारे पापों से मुक्ति भी दिलाता है.
महामृत्युंजय मंत्र और उसका अर्थ
ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
अर्थ- इस पूरे संसार के पालनहार, तीन नेत्र वाले भगवान शिव की हम पूजा करते हैं. इस पूरे विश्व में सुरभि अर्थात खुशबू फैलाने वाले भगवान शंकर हमें मृत्यु के बंधनों से मुक्ति प्रदान करें, जिससे कि मोक्ष की प्राप्ति हो जाए.
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय ध्यान रखें ये बातें
- महामृत्युंजय मंत्र समेत किसी भी मंत्र का उच्चारण करते समय वर्तनी और शुद्धता का ध्यान रखें.
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने का पूरा फल तभी मिलता है जब ये जाप रूद्राक्ष की माला पर किय जाए.
- महामृत्युंजय मंत्र के जाप के दौरान शिव जी की प्रतिमा, तस्वीर, शिवलिंग या महामृत्यु यंत्र अपने पास रखें और उसके सामने बैठकर जाप करें.
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय आपका मुख पूर्व दिशा में हो और जाप के समय आसन पर बैठें.
- महामृत्युंजय मंत्र का नियमित जाप करते समय ध्यान रखें कि रोज एक ही जगह बैठें, अपनी जगह न बदलें. साथ ही यह जगह शांत और साफ-सुथरी हो.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)