POK को पाक सरकार का झटका; अपनी चीज के लिए भी तरसेंगे यहां के लोग
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POK को पाक सरकार का झटका; अपनी चीज के लिए भी तरसेंगे यहां के लोग

Pakistan ends electricity subsidy PoK: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर अपने खर्च से ज्यादा बिजली का उत्पादन करता है, इसके बावजूद पाक सरकार ने वहां बिजली का रेट 16 प्रति यूनिट से बढ़कर 22 रुपये प्रति यूनिट कर दिया है. 

अलामती तस्वीर

मुजफ्फराबादः पाकिस्तान की लगातार खराब होती जा रही आर्थिक हालात के बीच वहां की सरकार ने पाक अधिकृत कश्मीर के अवाम को करारा झटका दिया है. पाकिस्तान सरकार ने बिजली पर अपनी सब्सिडी समाप्त कर दी है. 

सियासत की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को जारी किए गए एकतरफा समझौते के मसौदे के जरिए टैरिफ को भी रद्द कर दिया है. पाकिस्तान के अवैध रूप से कब्जे वाले क्षेत्र में, पानी से बिजली पैदा की जाती है, इसलिए, पाकिस्तान सरकार पीओके में केस्को टैरिफ लगाकर ईंधन की कीमत के जरिए राजस्व हासिल करने की कोशिश कर रही है. अब पीओके में बिजली की कीमत 16 प्रति यूनिट से बढ़कर 22 रुपये प्रति यूनिट होगी. पीओके के लिए जरूरी कुल बिजली सिर्फ 350 मेगावाट है और यह पिन विद्युत परियोजनाओं के जरिए 4000 मेगावाट से ज्यादा बिजली का उत्पादन कर रहा है. 

वापडा समझौते का उल्लंघन है पाक का एकतरफा फैसला 
गौरतलब है कि पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया यह इलाका जल संसाधनों से समृद्ध है और बिजली उत्पादन में एक आत्म निर्भर क्षेत्र है. इसके बावजूद पीओके की अवाम बिजली के लिए तरस रही है.  पाकिस्तान सरकार द्वारा किया गया यह एकतरफा फैसला संघीय और पीओके सरकारों के बीच वापडा समझौते (WAPDA agreement) का एक तरह से उल्लंघन है. यह दो सरकारों के बीच का मामला है, और इसे जमीनी तथ्यों और रिकॉर्ड के मुताबिक बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए था. सियासत की रिपोर्ट के मुताबिक, यह अच्छा है कि पीओके में नेतृत्व ने संघ की एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और यह लोगों की भावनाओं की सही अभिव्यक्ति है.

देश में लगातार जारी है बिजली कटौती 
गौरतलब है कि पाकिस्तान इस वक्त अपने सबसे बुरे समय का सामना कर रहा है, क्योंकि पाकिस्तानी रुपये के डूबने से खाने-पीने के सामानों का संकट पैदा हो गया है. बिजली स्प्लाई भी लगभग पूरी तरह चौपट हो गई है. एशियन लाइट इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले नौ वर्षों में, पाकिस्तान ने आठ प्रमुख बिजली कटौती का सामना किया है. एशियन लाइट इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, बिजली कटौती ने कराची, लाहौर, क्वेटा, पेशावर और इस्लामाबाद सहित पूरे पाकिस्तान को बुरी तरह मुतासिर किया है. ऊर्जा मंत्रालय ने तस्दीक की है कि राष्ट्रीय पावर ग्रिड की प्रणाली आवृत्ति 23 जनवरी की सुबह 0700 बजे 'डाउन’ हो गई और पूरे देश में बिजली व्यवस्था में खराबी आ गई है. 

Zee Salaam

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