Irani rock climber Elnaz Rekabi's home demolished:ईरान की महिला पर्वतारोही इल्नाज रेकाबी को दक्षिण कोरिया में आयोजित एक टूर्नामेंट में बिना हिजाब पहने हिस्सा लेने पर स्वदेश पहुंचने के बाद कथित तौर पर हिरासत में ले लिया गया था.
Trending Photos
Irani rock climber Elnaz Rekabi's home demolished: भारत में भाजपा शासित राज्यों में दंगा, पत्थरबाजी, हत्या और बलात्कार के आरोपियों के घरों को शासन द्वारा तोड़े जाने को लेकर देशभर में आलोचनाएं होती रहती हैं. वहीं, असस, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आरोपियों के घर बुल्डोजर चालाने पर कोर्ट ने भी ऐसी कार्रवाई पर सरकार को फटकार लगाया है. वहीं, अब ये बुल्डोजर कलचर कट्टर इस्लामी मुल्क ईरान में भी पहुंच गया है. ईरान सरकार ने उस महिला पर्वतारोही के परिवार के घर पर बुल्डोजर चला दिया है, जिसने कथित तौर पर बिना हिजाब पहने के एक विदेशी मुकाबले में हिस्सा लिया था. इस तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
میدانید چرا ماموران امنیتی خانه باغ خانوادگی #الناز_رکابی را تخریب کردند؟
چون خبرگزاری فارس در بولتن محرمانهاش برای فرمانده سپاه نوشته است که اینستاگرام رکابی ۳۰ میلیون بازدیدکننده داشته که بیش از ۹۰ درصد آنها از کشف حجاب او حمایت کردهاند.#مهسا_امینی #زن_زندگی_آزادی pic.twitter.com/h5OAsLpFBi— Behnam Gholipour (@beehnam) December 1, 2022
बिना हेडस्कार्फ़ के मुकामले में हिस्सा लेने का था इल्जाम
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, बिना तारीख वाले वीडियो में, ईरानी रॉक पर्वतारोही एल्नाज रेकाबी का भाई, जो खुद एक एथलीट है, एक खंडरनुमा घर के बाहर जमीन पर पदकों के साथ खड़ा रो रहा है. रेकाबी, 33, और उसके भाई दावूद दोनों को कथित तौर पर अक्टूबर में दक्षिण कोरिया में टूर्नामेंट के बाद ईरान लौटने के बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. उसपर इल्जाम था कि उसने बिना हेडस्कार्फ़ के मुकामले में हिस्सा लिया था.
हिजाब का मामला सामने आने के पहले ही तोड़ा गया था घर
हालांकि ईरान के स्थानीय मीडिया के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में रेकाबी की मौजूदगी और वहां हिजाब न पहनने के लिए ये प्रतिशोध की कार्रवाई के तहत उसके विला को ध्वस्त नहीं किया गया था. तस्नीम समाचार एजेंसी ने कहा है कि रेकाबी के प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से पहले ही अफसरों ने उसके घर को तोड़ दिया था, क्योंकि रेकाबी के पास इसके निर्माण के लिए परमिट नहीं था.
इल्नाज ने कहा था, गलती से नहीं पहना था हिजाब
हालांकि, हिजाब न पहनने का मामला तूल पकड़ने के बाद रेकाबी ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट पर एक एक माफीनामा वाला वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि हिजाब गलती से गिर गया था. तेहरान के बाहर इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद भी इल्नाज ने कहा था कि अनजाने में मैंने हिजाब न पहना था. इल्नाज के स्वदेश लौटने पर हवाईअड्डे पर उनका शानदार स्वागत भी किया गया था. प्रशंसकों की भीड़ में वह घिरी थी और लोग तालियां बजा रहे थे. उस वक्त वह काली बेसबॉल टोपी और बालों को ढकने वाली काली हुडी पहनी हुई थी.
मेहसा अमिनी की मौत से सुलग रहा है ईरान
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की सरकार देश और विदेशों में भी अपने नागरिकों पर पर्दे के लिए दबाव डालती है. हिजाब को लेकर पहले से ही ईरान में आंदोलन चल रहा है. पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद हुए विरोध-प्रदर्शन में अबतब 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. महसा अमिनी को सार्वजनिक स्थान पर बिना हिजाब के घूमने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
Zee Salaam