India-Pak Relation: भारत भी बहाल करना चाहता है पाकिस्तान से कारोबारी संबंध; सरकार ने दिया ये बयान
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India-Pak Relation: भारत भी बहाल करना चाहता है पाकिस्तान से कारोबारी संबंध; सरकार ने दिया ये बयान

India Pakistan Trade News: भारत और पाकिस्तान के दरमियान कारोबारी संबंधों पर सरकार का बयान सामने आया है. पाक में भारत के उप उच्चायुक्त ने कहा है कि भारत हमेशा ही पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते बनाना चाहता है. 

 

India-Pak Relation: भारत भी बहाल करना चाहता है पाकिस्तान से कारोबारी संबंध; सरकार ने दिया ये बयान

India Pakistan Trade Relation: भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों पर पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त सुरेश कुमार ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के दरमियान कभी भी व्यापारिक रिश्ते बंद नहीं किए गए और भारत व्यापारिक रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में आगे क़दम बढ़ना चाहता है. न्यूज़ पेपर डॉन की ख़बर के अनुसार, पाकिस्तान में भारत के डिप्टी हाई कमीशन सुरेश कुमार ने शुक्रवार को लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एलसीसीआई) के एक प्रोग्राम में यह बात कही.उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी रिश्तों की ख़्वाहिश रखता है, और इस बात पर ज़ोर देता है कि इस तरह के जुड़ाव के लिए दहशतगर्दी और शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने की ज़िम्मेदारी पाक की है.

 

सुरेश कुमार ने  कहा कि भारत ने कभी भी पाकिस्तान के साथ तिजारती रिश्तों को ख़त्म नहीं किया. उन्होंने कहा, "भारत हमेशा पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते बनाना चाहता है, क्योंकि हम अपना भूगोल नहीं बदल सकते.
उन्होंने कहा, हम पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों की तरफ़ आगे क़दम बढ़ाना चाहते हैं. भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमने पाकिस्तान के साथ व्यापार नहीं रोका है बल्कि पाकिस्तान ने ही ऐसा किया था. कुमार ने कहा कि "हमें यह सोचना चाहिए कि हम अपनी समस्याओं और हालात को कैसे बदल सकते हैं".

पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त सुरेश कुमार न कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान इंडियन एम्बेसी के ज़रिए पाकिस्तानियों को जारी किए जाने वाले वीज़े की तादाद में कमी आई थी, लेकिन अब यह संख्या अब बढ़ गई है. कुमार ने कहा कि भारत सरकार पाकिस्तानियों को मेडिकल और खेल वीज़ा जारी कर रही है. उन्होंने कहा कि आज कूटनीति पर्यटन, बिज़नेस और प्रौद्योगिकी से प्रभावित हो रही है .उन्होंने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा कि आयात "हमेशा ग़लत नहीं होते हैं और इसके फायदे भी होते हैं. ग़ौरतलब है कि हिन्दुस्तान इस वक़्त चीन के साथ 120 अरब अमेरिकी डॉलर का बिज़नेस कर रहा है.

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