Israel Iran War: ईरान ने 1 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर दिया था. यह हमला इसलिए किया था क्योंकि इजरायल ने लेबनान पर हमला किया. अब इसका बदला अमेरिका ईरान से ले रहा है.
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Israel Iran War: अमेरिका ने इजरायल के खिलाफ 1 अक्टूबर को ईरान की तरफ से किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के मद्देनजर उसके तेल और पेट्रोकेमिकल्स इलाकों पर नई पाबंदी लगा दी है. अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक "अमेरिका ईरानी पेट्रोलियम व्यापार में छह संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है और छह जहाजों को 'ब्लॉक्ड प्रॉपर्टी' के रूप में चिन्हित कर रहा है". विभाग के मुताबिक ये जानबूझकर ईरान से पेट्रोलियम या पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद, अधिग्रहण, बिक्री, ट्रांसपोर्ट या मार्केटिंग के लिए अहम लेन देन का हिस्सा रहे हैं.
लोगों के खिला भी पाबंदी
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बयान में कहा गया है कि "ट्रेजरी विभाग ने एक फैसला किया है कि ईरानी अर्थव्यवस्था के पेट्रोलियम या पेट्रोकेमिकल इलाकों में काम करने के लिए निर्धारित शख्स के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाए जाएंगे." बयान में कहा गया है, "इसके अलावा, ट्रेजरी 10 संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है और 17 जहाजों को अवरुद्ध संपत्ति के रूप में पहचान रहा है, क्योंकि वे ईरानी पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों के शिपमेंट में शामिल हैं."
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लड़ाकों को मदद से रोकेगा
ट्रेजरी विभाग का मत है कि आज की पाबंदियों का मकसद ईरान को अपने ऊर्जा उद्योग से प्राप्त राजस्व को खतरनाक और विध्वंसकारी गतिविधियों के वित्तपोषण में लगाने देने से रोकना है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक बयान में कहा कि ये फैसले "ईरान को अपने मिसाइल प्रोग्रामों पर रोक लगाने और आतंकवादियों को किसी भी तरह की मदद करने से रोकेगा. वो आतंकी समूह जो अमेरिका के मित्र देशों को धमकी देते हैं या उनके खिलाफ काम करते हैं."
1 अक्टूबर को हमला
आपको बता दें कि ईरान ने इजरायल पर 1 अक्टूबर को हमला किया था. ईरान ने यह हमला इजरायल के रक्षा ढांच पर किया था. ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलें दागी थीं. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतन्याहू ने कहा था कि वह इसका बदला देंगे.