Uttar Pradesh News: आज से उत्तर प्रदेश सरकार का विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में विपक्ष ने इशारा किया है कि वह सत्र में संभल हिंसा का मुद्दा उठाएंगे. विपक्ष का कहना है कि किसान और युवाओं की बेरोजगारी का मुद्दा उठाएंगे.
Trending Photos
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. शीतकालीन सत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि सदन में समाजवादी पार्टी (SP) प्रदेश में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव, खासकर संभल की हालत पर चिंता जाहिर करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों के लिए SP सरकार को जवाबदेह ठहराएगी. इससे सदन में भारी हंगामे का अंदेशा है.
विदानसभा सत्र में संभल हिंसा का मुद्दा
पत्रकारों को खिताब करते हुए पांडेय ने कहा कि हम सांप्रदायिक घटनाओं और दंगों के जरिए सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों के बारे में सरकार को नोटिस देंगे. हम इन घटनाओं के लिए सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे. सत्र के दौरान भारी हंगामा होने की उम्मीद है. इसके अलावा, उन्होंने संभल में मंदिर मिलने संबंधी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर रिएक्शन दिया है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने अपनी बात रखी और उन्हें ऐसा करने का अधिकार है. लेकिन, मंदिर अब क्यों मिला? क्या इसकी खुदाई की गई थी या यह पहले से ही वहां था और हाल ही में इसकी पहचान की गई?
यह भी पढ़ें: संभल में कौन कर रहा है बिजली चोरी? जिला प्रशासन का एक्शन, 5 करोड़ का ठोका जुर्माना
इन मुद्दों पर घेरने की तैयारी
विपक्ष के नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी हर तरह के अन्याय के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सभी समुदायों में सभी तरह के अन्याय के खिलाफ लड़ेगी और जनता से जुड़े मुद्दे उठाएगी, जैसे कि बेरोजगारी, किसानों की शिकायत या कोई दूसरा अन्याय. सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने आगे कहा कि वह मुख्य मुद्दों और वास्तविक चुनौतियों से ध्यान भटका रही है. आज देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है. किसान कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और इनसे ध्यान हटाने के लिए सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. 25 करोड़ लोगों वाले राज्य की चिंताओं का जवाब देने से सरकार क्यों डर रही है?
क्या है संभल मामला?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिला में मौजूद शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हंगामा हुआ है. यहां 24 नवंबर को सर्वेक्षण टीम मस्जिद का दौरा करने के लिए आई. इस बीच यहां भीड़ से मुठभेड़ हो गई. इसके बाद हिंसा हो गई. हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई. इस हिंसा में 20 से ज्यादा पुलिसवाले भी जख्मी हुए हैं. मामले में 31 से ज्यादा लोगो को गिरफ्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि आम लोगों की मौत भीड़ की तरफ से चलाई गई गोली से हुई, जबकि विपक्षी नेताओं का कहना है कि पुलिस ने अवैध हथियारों से भीड़ पर गोली चलाई.