Purnia: रूपौली उपचुनाव में बीमा की राह नहीं है आसान, MP पप्पू यादव "महागठबंधन" के लिए बनेंगे 'सिरदर्द'!
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Purnia: रूपौली उपचुनाव में बीमा की राह नहीं है आसान, MP पप्पू यादव "महागठबंधन" के लिए बनेंगे 'सिरदर्द'!

Purnia News: रूपौली उपचुनाव में पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव "महागठबंधन" के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. इसी वजह से पूरे प्रदेश की निगाहें इस सीट पर अभी से ही टिक गई हैं.   

 

Purnia: रूपौली उपचुनाव में बीमा की राह नहीं है आसान, MP पप्पू यादव "महागठबंधन" के लिए बनेंगे 'सिरदर्द'!

Purnia News: लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद चुनाव आयोग ने रूपौली विधानसभा उपचुनाव का ऐलान कर दिया है. यह सीट पांच बार से विधायक रह चुकीं बीमा भारती के इस्तीफे के बाद खाली हुई है. बीमा भारती लोकसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले ही जदयू को छोड़कर राजद में शामिल हुई थीं और राजद ने उन्हें पूर्णिया से उम्मीदवार बनाया था.
 
माना जा रहा है कि इस उपचुनाव में पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव "महागठबंधन" के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. इसी वजह से पूरे प्रदेश की निगाहें इस सीट पर अभी से ही टिक गई हैं.  

पप्पू ने बदली सीमांचल की सियासी तस्वीर 
लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट से पप्पू यादव बतौर निर्दलीय जीतकर संसद पहुंचे हैं, जबकि राजद उम्मीदवार बीमा भारती को करारी हार का मुंह देखना पड़ा. यह सीट लोकसभा चुनाव में काफी चर्चाओं में रही थी, क्योंकि राजद नेता तेजस्वी यादव समेत पार्टी के कई विधायक और पूर्व मंत्री ने पप्पू यादव को हराने के लिए पूर्णिया में कैंप किया था. लेकिन इसके बावजूद भी राजद प्रत्याशी नंबर तीन पर रहीं.   

दरअसल,  इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे से पहले पप्पू यादव कांग्रेस में इस उम्मीद से शामिल हुआ था कि वह पूर्णिया सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लडेंगे, लेकिन सीट बंटवारे में यह सीट राजद के खाते में चली गई. इसके बाद बिहार की सियासत की पूरी तस्वीर ही बदल गई.  पप्पू यादव ने यहां से निर्दलीय पर्ची दाखिल कर दिया.   
 
दो दशक से बीमा का दबदबा
रूपौली से विधायक रहीं बीमा भारती लोकसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले ही जदयू को छोड़कर राजद में शामिल हुई थीं और राजद ने उन्हें पूर्णिया से उम्मीदवार बनाया था. ऐसे में माना जा रहा है कि इस सीट से पांच बार से विधायक रहीं बीमा भारती एक बार फिर रूपौली से चुनावी मैदान में "महागठबंधन" की तरफ से उतर सकती हैं. लेकिन पप्पू यादव बीमा के लिए सबसे बड़े सिरदर्द बन सकते हैं. 

रूपौली की जनता ने बीमा को नकारा !
हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव में बीमा को रूपौली विधानसभा से अपेक्षित सफलता भी नहीं मिली है. उन्हें सिर्फ 10,968 वोट मिले, जबकि पप्पू यादव को यहां से 72,795 मत मिले. इस बदलती हुई परिस्थितियों में रूपौली के उपचुनाव पर सबकी नजरें टिकी हैं. विधानसभा चुनाव 2020 में राजद और वाम दल साथ थे, लेकिन बीमा भारती उस वक्त जदयू में थी और अब राजद में हैं.

दूसरी तरफ, यह सीट एनडीए के तहत जदयू के खाते में जाना तय माना जा रहा है. जबकि पिछले चुनाव में राजद ने यह सीट भाकपा को दी थी, लेकिन इस बार यह सीट किसके खाते में जाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा.

आसान नहीं पप्पू को मनाना
लोकसभा चुनाव में राजद की तरफ से खड़े किए गए अवरोधों से निपटते हुए जीत चुके पप्पू यादव राजद के हाथ में रूपौली सीट आसानी से जाने नहीं देंगे. पप्पू यादव फिलहाल कांग्रेस में नियमत: नहीं माने जाते हैं. वहीं, कांग्रेस के लिए पप्पू यादव को मनाना आसान नहीं होगा. ऐसे में रूपौली उपचुनाव में महागठबंधन के किस सहयोगी दल को यह सीट मिलती है, यह देखना दिलचस्प होगा.

बताते चलें कि रूपौली में 10 जुलाई को मतदान होना है. इस सीट के लिए 14 जून से नामांकन शुरू है, वहीं 21 जून को नोमिनेशन की आखिरी तारीख है. जबकि 13 जुलाई को मतगणना है.

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