PM Modi Mother: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन का 100 वर्ष की उम्र देहांत हो गया है. मंगलवार को उन्हें सांस लेने में दिक्कत के चलते अस्पताल में दाखिल कराया गया था. तब डॉक्टरों ने उनको तबीयत जल्द ठीन होने की बात कही थी. लेकिन शुक्रवार की सुबह उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से उनकी मां हर सुर्खियों में बनी रहती थीं. ऐसे कई मौके आए जब पीएम मोदी की मां ने लोगों का दिल जीता है. इस मौके पर हम आपको उनकी कुछ ऐसी ही तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं.
साल 2019 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली तो उनकी मां हीराबेन मोदी भी घर पर प्रोग्राम देख रही थीं और तालियां बजा रही थीं.
पीएम मोदी ने कहा कि केवल दो मौके थे जब उनकी मां सार्वजनिक रूप से उनके साथ थीं. एक बार, अहमदाबाद में एक सार्वजनिक समारोह था. जब उन्होंने श्रीनगर से लौटने के बाद उनके माथे पर तिलक लगाया था, जहां उन्होंने एकता यात्रा पूरी करने के बाद लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था. दूसरा बार तब, जब उन्होंने पहली बार 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर में शपथ ली थी.
पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी (Heeraben Modi) ने गांधीनगर (Gandhinagar) में अपने आवास पर तिरंगा (Tiranga) फहराया. हीराबेन मोदी ने शनिवार को खुद भी अपने घर पर राष्ट्रध्वज फहराया और बच्चों को ध्वज भी बांटे. पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी गांधीनगर में प्रधानमंत्री के छोटे भाई पंकज मोदी के साथ रहती हैं.
साल 2014 में को अपने 64 वें जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद से 23 किलोमीटर की दूरी पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक ही गाड़ी में ड्राइव करने के बाद अपनी मां से उनके गांधीनगर निवास में मुलाकात की. 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला गुजरात दौरा भी था. मां-बेटे की जोड़ी के लिए यह दिल को छू लेने वाला लम्हा था. इस मौके पर पीएम मोदी की मां ने बेटे को जन्मदिन के गिफ्ट के तौर पर 5001 रुपये दिए थे. जिसे उन्होंने बाद में जम्मू-कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दिया.
कोरोना महामारी के दौरान जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताली-थाली बजाने को कहा था तो उनकी मां ने भी इस पर अमल किया था. उनकी इस तस्वीर ने लोगों का दिल जीत लिया था. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, "...मां, आप जैसी करोड़ों माताओं के आशीर्वाद से डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी और कोरोना वायरस से लड़ने वाले मीडियाकर्मियों जैसे अनगिनत लोगों को काफी प्रेरणा मिली है. उन्हें आगे काम करने का सपोर्ट मिला."
नोटबंदी के दौरान जब पूरा देश लाइनों में खड़ा हुआ था तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां भी अहमदाबाद में एक बैंक पर अपने पुराने नोट बदलवाने के लिए लाइन में लगी थीं.
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