Owaisi on Mohan Bhagwat: ज्यादा बच्चा पैदा करने पर क्या भागवत देंगे पैसा? ओवैसी का बड़ा बयान
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Owaisi on Mohan Bhagwat: ज्यादा बच्चा पैदा करने पर क्या भागवत देंगे पैसा? ओवैसी का बड़ा बयान

Owaisi on Mohan Bhagwat: असदुद्दीन ओवैसी ने मोहन भागवत के ज्यादा बच्चा पैदा करने वाले बयान को लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि क्या आरएसएस चीफ उन्हें ऐसा करने के लिए पैसा देंगे.

Owaisi on Mohan Bhagwat: ज्यादा बच्चा पैदा करने पर क्या भागवत देंगे पैसा? ओवैसी का बड़ा बयान

Owaisi on Mohan Bhagwat: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का आरएसएस के चीफ मोहन भागवत के ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले वाले बयान पर रिएक्शन आया है. उन्होंने कहा है कि क्या भागवत ज्यादा बच्चा पैदा करने वालों को 1500 रुपये महीना देंगे? बता दें, बीते रोज मोहन भागवत ने एक भाषण के दौरान कहा था कि इंसान के जन्म दर को 1 नहीं रखा जा सकता, इसलिए कम से कम 2 या 3 बच्चों का होना बहुत जरूरी है.

भागवत के बयान पर ओवैसी ने क्या कहा?

एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम मोहन भागवत जी से पूछना चाहते हैं कि वह लोगों को ज्यादा बच्चा पैदा करने के लिए क्या देंगे? अकाउंट में डालेंगे 1500? जो बच्चे ज्यादा पैदा करेगा उसे 1500 मिलेंगे? औलाद ज्यादा पैदा करो, ऐसी कोई स्कीम निकालेंगे?

ज्यादा बच्चा पैदा करने वालों को पैसा

इस दौरान ओवैसी ने कहा कि टीएफआर (टोटल फर्टिलिटी रेट) हर धर्म के लोगों का गिरा है, और सबसे ज्यादा टीएफआर रेट मुसलमानों का गिरा है. लेकिन, अभी भी हिंदुओं का टीएफआर रेट मुसलमानों से बेहतर है. इसके बाद मोहन भागवत को ऐसा करना चाहिए कि जैसे लाडली बहना योजना में पैसा दिया जाता है, वैसे उन लोगों को पैसा दिया जाएगा जो ज्यादा बच्चा पैदा करेंगे. ओवैसी ने आगे कहा कि माशाअल्लाह मुझे 6 बच्चे हैं. नरेंद्र मोदी के 6 भाई हैं और अमित शाह के 6 बच्चे हैं.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल बीते रोज मोहन भागवत ने कहा कि इंसान के जन्म दर को 1 नहीं रखा जा सकता, इसलिए कम से कम 2 या 3 बच्चों का होना बहुत जरूरी है. भागवत ने आधुनिक जनसंख्या विज्ञान का हवाला देते हुए बताया कि जब किसी भी समाज की आबादी यानी फर्टिलिटी रेट 2.1 से नीचे चली जाती है, तो वह समाज धरती से खत्म हो जाता है. इसलिए आबादी 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए और हमारे मुल्क की जनसंख्या नीति ( Population Policy ) 1998 या 2002 भी यही कहती है.

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