Manipur Video: 77 दिनों बाद क्यों हुई गिरफ्तारी? महिला का आरोप पुलिस थी भीड़ में शामिल
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Manipur Video: 77 दिनों बाद क्यों हुई गिरफ्तारी? महिला का आरोप पुलिस थी भीड़ में शामिल

Manipur Violence: वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में गुस्सा देखने को मिला.पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. सीएम ने मौत की सजी की अपील की है. 

 

Manipur Video: 77 दिनों बाद क्यों हुई गिरफ्तारी? महिला का आरोप पुलिस थी भीड़ में शामिल

Manipur Violence: मणिपुर में दो महिनों से ज्यादा दिनों से लगातार हिंसा जारी है. प्रदेश की हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इस हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. हिंसा के बीच एक वीडियो वायरल ने पूरे प्रदेश की हालात को औऱ बिगाड़ दिया जिससे मुश्किलें औऱ बढ़ गई. वायरल वीडियो मामले को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है. वीडियो के चार गुनाहगार को गिरफ्तार किया जा चुका है, बाकियों की तलाश जारी है. दो महिने बाद गिरफ्तारी पर सरकार पर कई सवावल खड़ी करता है. 

वायरल वीडियो केस में पुलिस ने चार आरोपियों को अरेस्ट किया है, इनमें से गिरफ्तार आरोपी हुरयम हेरादास सिंह और हेरादास को वीडियो में साफ-साफ देख सकते हैं.वहीं बाकी आरोपियों की ठोस पहचान अभी तक नहीं आई है.

रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के सीएण एन. बिरेन सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. 77 दिनों के लम्बे दिन बाद इस मामले में गिरफ्तारी हुई है, ये घटना 4 मई को हुआ था. गिरफ्तारी तब हुई जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वीडियो वायरल होने के बाद जब पूरे देश में इस वीडियो पर प्रतिक्रियाएं आने लगी तब जाकर मामला पुलिस ने दर्ज किया.जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार किया. 

सीएम ने कहा 
वहीं मणिपुर के मुख्यमंत्री ने इस कृत्य को जघन्य अपराध बताया और इन सभी को मौत सजा की भी अपील की है.  

क्या है पूरा मामला
मणिपुर राज्य पिछले ढ़ाई महिने से अधिक दिनों से हिंसा की चपेट में है. इस हिंसा में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है, और सैकड़ों लोग विस्थापित होने पर मजबूर हो गए हैं. उसी समय हिंसा के दौरान मणिपुर के जिला कांगपोकपी में एक समुदाय के लोगों ने एक गांव पर हमला कर दिया जिसमें दो महिला लहित 5 लोग शामिल थे. भागने के दौरान भीड़ ने दोनों महिलाओं के साथ अभद्रता की सारी हदें पार कर दी और बाकी को मौत के घाट उतार दिया.

घटना पर लोगों में गुस्सा
वीडियो में जैसा है उसके आधार पर उग्र भीड़ ने दोनों महिला को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया और इसमें एक के साथ रेप की बात भी सामने निकल कर आई है. पूरे देश में इस घटना वीडियो 19 तारीख को सोशल मीडिया पर
तेजी से वायरल हुआ था. वीडियो के वायरल होने के बाद सड़क से संसद और देश की सबसे बड़ी कोर्ट तक चर्चा थी. 

इस कारण से नहीं हुई थी गिरफ्तारी
 पुलिस अधीक्षक सचिदानंद ने मीडिया को बताया कि पुलिस "सबूतों की कमी" के कारण अब तक "कोई कार्रवाई नहीं कर सकी थी ".

पीड़िता का बयान
पीड़ितों में से एक ने  इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि "पुलिस उस भीड़ के साथ थी जो उनके गांव पर हमला कर रही थी. उन्होंने कहा, "पुलिस ने हमें घर के पास से उठाया, गांव से थोड़ी दूर ले गई और भीड़ के साथ सड़क पर छोड़ दिया. पुलिस ने हमें उन्हें सौंप दिया."

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