अजान की आवाज सुनकर शाह ने रोका अपना भाषण; नौजवानों से की बंदूक का रास्ता छोड़ने की अपील
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अजान की आवाज सुनकर शाह ने रोका अपना भाषण; नौजवानों से की बंदूक का रास्ता छोड़ने की अपील

Amit Shah Stop Speech During Azaan in Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इ वक्त जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. बुधवार को उन्होंने बारामूला जिले में एक रैली को खिताब करते हुए कहा युवाओं से आतंकवाद का रास्ता छोड़कर विकास के रास्ते पर चलने की अपील की.

गृह मंत्री अमित शाह

बारामूलाः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. बुधवार को वह एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. बारामूला जिले में एक रैली (Baramulla rally) के दौरान पास की मस्जिद में अजान  (Azaan from mosque) होने पर शाह ने अपना भाषण (Shah Stop Speech durinh Azan) कुछ देर के लिए रोक दिया. उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के शौकत अली स्टेडियम में भाषण शुरू करने के पांच मिनट बाद ही, शाह ने मंच पर खड़े लोगों से पूछा, “क्या मस्जिद में कुछ हो रहा है?’’ तभी मंच पर किसी ने उन्हें बताया कि 'अजान’ (Azan is going on) हो रही है. इसके बाद शाह ने अपना भाषण रोक दिया. शाह के इस व्यवहार पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं और उनकी हिमायत में नारे लगाए.
कुछ देर बाद, उन्होंने फिर पूछा कि क्या अजान पूरी हो गई है और वह अपना भाषण शुरू करें ? उन्होंने जोर देकर पूछा, “मैं शुरू करूं या नहीं? जोर से बोलिए, शुरू करूं ?” यह पूछने के बाद उन्होंने अपना भाषण दोबारा शुरू कर दिया. इससे पहले, शाह ने आते ही अपने भाषण की शुरुआत में उन लोगों के प्रति आभार जताया था, जो घंटों से उनका इंतजार कर रहे थे. 

जम्मू-कश्मीर में पूरी पारदर्शिता से चुनाव होंगेः शाह 
शाह उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ’’हमने राजनीतिक प्रक्रिया शुरू कर दी है. मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि एक बार चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के प्रकाशन का काम पूरा किए जाने के बाद, पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव कराए जाएंगे और आपके अपने चुने हुए प्रतिनिधि यहां शासन करेंगे.” भाजपा नेता ने कहा कि पहले सिर्फ तीन परिवार - अब्दुल्ला, मुफ्ती और गांधी - सत्ता में हुआ करते थे, लेकिन परिसीमन के बाद आपके अपने प्रतिनिधि चुनाव जीतेंगे. शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को करीब करीब समाप्त कर दिया है.’’
शाह ने कहा, “कुछ लोग मुझे पाकिस्तान से बात करने की सलाह देते हैं, लेकिन मैं पाकिस्तान से बात नहीं करना चाहता. मैं बारामूला के गुर्जरों और बकरवालों से और कश्मीर के युवाओं से बात करना चाहता हूं.” कश्मीर के युवाओं से बन्दूक का रास्ता छोड़ने की अपील करते हुए शाह ने कहा कि उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर नहीं बल्कि विकास के रास्ते पर चलने की जरूरत है.

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