Jammu-Kashmir Encounter: अनंनतनाग में चल रहे एनकाउंटर में सुरक्षाबलों बड़ी कामयाबी मिली है. सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगर्द उजैर को मार गिराया है.
Trending Photos
Jammu-Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. अनंनतनाग में चल रहे एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगर्द उजैर को मार गिराया है. एडीजीपी विजय कुमार ने बताया, "अनंतनाग में दहशतगर्द उजैर को मार गिराया गया है. एक बॉडी को ढूंढा जा रहा है, जो दहशतगर्द की हो सकती है. सर्च ऑपेशन जारी रहेगा है, क्योंकि यहां गोले मौजूद हैं."
इस वक्त अनंतनाग में चल रहा एनकाउंटर खत्म हो गया है. ऐसे में अब सुरक्षाबलों ने अपना फोकस सर्च ऑपरेशन पर लगा दिया है. इसकी वजह ये है कि यहां पर दहशतगर्दो से जुड़ी कई चीजें मौजूद हो सकती हैं. इस ऑपरेशन में दो दहशतगर्दो को मार गिराया गया है, जबकि इस एनकाउंटर में मुल्क के चार जवान शहीद हुए हैं. सेना अभी तीसरे आतंकी के बॉडी की तलाश भी कर रही है. फिलहाल सेना ने इस पूरे इलाके को घेरा हुआ है. जंगलों में सेना के जवान आतंकियों के समानों की तलाश में जुटे हुए हैं.
ADGP विजय कुमार ने अनंतनाग ऑपरेशन को लेकर मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, "अभी सर्च ऑपरेश जारी रहने वाला है, क्योंकि कई इलाके बचे हुए हैं. हम लोगों से अपील करते हैं कि वे उन इलाकों में नहीं जाएं. हमारे पास दो से तीन दहशतदर्दो की जानकारी थी. इस बात की उम्मीद है कि हमें तीसरा बॉडी भी कहीं मिल जाए. इस वजह से ही हम सर्च ऑपरेशन जारी रखने वाले हैं."
#WATCH | Anantnag: "The search operation will continue as many areas areas are still left...We would appeal to the public to not go there...We had the information about 2-3 terrorists. It's possible that we find the third body somewhere that's why we will complete the search… pic.twitter.com/XvexX56UAh
— ANI (@ANI) September 19, 2023
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दहशतगर्द उजैर खान की छिपे होने की तस्दीक की थी. इससे पहले सुरक्षाबलों ने दो दहशतगर्दो को मार गिराया था. उजैर 28 साल का आतंकी था, जो कोकरनाग के नागम गांव का मुकामी था. वह 2022 के जुलाई महीने में लापता हो गया था, उसी वक्त उसकी ट्रेनिग हुई थी और वह लश्कर-ए-तैयबा का दहशतगर्द बन गया था. उजैर पर कई आतंकी हमलों में शामिल होने का इल्जाम है और 10 लाख रुपयों का ईनाम भी रखा गया था.