Sambhal Jama Masjid Controversy: संभल मस्जिद के आधे-अधूरे सर्वे पर सब्र न खोए मुसलमान; अभी खुले हैं ये रास्ते
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Sambhal Jama Masjid Controversy: संभल मस्जिद के आधे-अधूरे सर्वे पर सब्र न खोए मुसलमान; अभी खुले हैं ये रास्ते

Sambhal Jama Masjid Controversy: संभल के शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज से पहले मस्जिद के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. साथ ही पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है.

Sambhal Jama Masjid Controversy: संभल मस्जिद के आधे-अधूरे सर्वे पर सब्र न खोए मुसलमान; अभी खुले हैं ये रास्ते

Sambhal Jama Masjid Controversy: उत्तर प्रदेश के संभल में मौजूद जामा मस्जिद का ASI सर्वे किया जा रहा है. इस बीच आज यानी 22 नवंबर को जुमे की नमाज अदा की गई है.जुमे की नमाज से पहले मस्जिद के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. साथ ही पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है. आज संभल एसपी की निगरानी में पूरे शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया. इस दौरान मस्जिद के सर्वे के लिए नियुक्त किए गए कोर्ट कमिश्नर ने बड़ा बयान दिया है.

अभी पूरा नहीं हुआ है सर्वे- कोर्ट कमिश्नर
कोर्ट कमिश्नर ने कहा कि मस्जिद का सर्वे अभी तक पूरा नहीं हुआ है. इसलिए सर्वे अभी जारी रहेगा. अभी सर्वे का सिर्फ पहले फेज की फोटो और वीडियोग्राफी की गई है. सर्वे के लिए कोर्ट से कुछ दिन की मोहलत और मांगी जा सकती है. 

मौलाना मदनी ने क्या कहा?
वहीं, मस्जिद को लेकर लगातार बयानबाजी जारी है. शाही जामा मस्जिद को लेकर उठे विवाद पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पुरानी कब्रों को खोदकर देश की धर्मनिरपेक्ष नींव को हिलाया जा रहा है. इसके साथ ही ऐतिहासिक संदर्भों को फिर से परिभाषित करने का कोशिश किसी भी तरह से राष्ट्रीय अखंडता के अनुकूल नहीं है. 

मुसलमानों को नहीं होना चाहिए निराश- मशहूर आलिम-ए-दीन मौलाना कारी इसहाक
इसी कड़ी में संभल की जामा मस्जिद मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मशहूर आलिम-ए-दीन मौलाना कारी इसहाक गोरा ने कहा कि हमें यह खबर सुनकर आश्चर्य हुआ कि संभल की जामा मस्जिद भी बुरी नजर का शिकार हो गई, उससे भी ज्यादा आश्चर्य तो तब हुआ जब उसी दिन इसके सर्वे के आदेश दिए गए, जिस दिन इसकी याचिका दायर की गई थी, लेकिन इस मुद्दे पर किसी को खुश या निराश होने की जरूरत नहीं है. अभी और भी अदालतें बाकी हैं, जिनके दरवाजे खटखटाए जा सकते हैं. हम सभी लोगों से अपील करते हैं कि वे अफवाहों से बचें और कोर्ट के हर आदेश का इंतजार करें.

प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट का है उल्लंघन- सपा सांसद
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क ने संभल मस्जिद विवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह मामला प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट के खिलाफ है. उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत दुखद है कि बाहर से आए लोग संभल की शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने हमारी बात सुने बिना ही यह मुद्दा उठाया है. यह प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट का सीधा उल्लंघन है.

सर्वे से बाहर आ जाएगी सच्चाई- यति नरसिंहानंद
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इतिहास के पुराने मामलों को खोदने से सच्चाई सामने आ जाएगी कि आपके पूर्वजों ने इस देश के साथ क्या किया है. आप अकेली कौम है जो सच्चाई सामने आने से डरती है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि संभल की शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है. 

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