Hamas-Israel War: राफ़ा बॉर्डर को खोला गया; मानवीय सहायता से भरे ट्रकों का पहला क़ाफ़िला पहुंचा ग़ाज़ा
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Hamas-Israel War: राफ़ा बॉर्डर को खोला गया; मानवीय सहायता से भरे ट्रकों का पहला क़ाफ़िला पहुंचा ग़ाज़ा

Israel Palestine Conflict: मिस्र और गाजा के बीच राफा सीमा को खोल दिया गया है ,ताकि इजरायली घेराबंदी वाले इलाके में भोजन, दवा और पानी की कमी से जूझ रहे फिलिस्तीनियों को थोड़ी सहायता मिल सके. हमास के एक बयान में कहा गया है कि 20 सहायता ट्रकों समेत एक काफिला जरूरी सामान के साथ मिस्र से गाजा पट्टी में दाखिल हुआ.

Hamas-Israel War: राफ़ा बॉर्डर को खोला गया; मानवीय सहायता से भरे ट्रकों का पहला क़ाफ़िला पहुंचा ग़ाज़ा

Rafah Crossing Open: इजरायल और हमास के दरमियान जारी जंग को 15 दिन हो गए हैं. इस जंग में अब तक साढ़े 5 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. फिलिस्तीनी सिक्योरिटी जराए के मुताबिक, मानवीय सहायता से भरे ट्रकों का पहला काफिला शनिवार को राफा क्रॉसिंग के जरिए गाजा में दाखिल हुआ, जो हमास-नियंत्रित क्षेत्र और मिस्र के बीच एकमात्र क्रॉसिंग सेंटर है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह साफ नहीं है कि क्रॉसिंग कब तक खुली रहेगी, लेकिन इज़रायल अब तक गाजा में 20 ट्रकों को आने की इजाजत देने के लिए राजी हो गया है.

'लोग अपनी हिफाजत पर ध्यान दें'
इससे पहले दिन में, इज़रायल में अमेरिकी एम्बेसी ने कहा कि उसे जानकारी मिली है कि राफ़ा क्रॉसिंग शनिवार सुबह 10 बजे खोली जाएगी. उसने कहा कि अगर बॉर्डर खोला जाता है, तो हमें नहीं पता कि यह विदेशी नागरिकों के लिए गाजा छोड़ने के लिए कितने वक्त तक खुला रहेगा. सीएनएन ने मिशन के हवाले से कहा, हमारा अंदाजा है कि बॉर्डर खुलने पर कई लोग सरहद पार करने की कोशिश करेंगे. दूतावास ने कहा कि हालात गतिशील और अस्थिर बने हुए है. लोगों को सलाह दी गई है कि सरहद की तरफ बढ़ने या पार करने की कोशिश करने से पहले अपनी जाती हिफाजत का ध्यान जरूर रखें.

मुश्किल में लोगों का जीवन
इजराइल-हमास के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच गाजा में मंडराते मानवीय संकट की वजह से मिस्र में कई दिनों से मानवीय सहायता पर रोक है. संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) के मुताबिक, गाजा में खाना, पानी, ईंधन और मेडिकल से संबंधित सप्लाई तेजी से खत्म हो रही है, जबकि बिजली कटौती और ईंधन आयात पर पाबंदी की वजह से स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और पानी भी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है. इसमें कहा गया है कि गाजा में तकरीबन 1.4 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जो पूरी गाजा पट्टी की 2 मिलियन की आबादी का 60 फीसद से ज्यादा है.

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