Makeup in Islam: इस्लाम में किसी औरत का सजना संवरना तब तक गलत नहीं है जब तक वह किसी गैर महरम को न दिखाए. अगर औरत अपने शौहर के लिए मेकअप करती है तो वह जायज है.
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Makeup in Islam: सजना संवरना हर औरत को अच्छा लगता है. किसी भी मजहब की औरत अपने शौहर को रिझाने के लिए या खूबसूरत दिखने के लिए सजती संवरती है. इस्लाम भी औरतों को सजने सवंरने की इजाजत देता है लेकिन इसका कुछ दायरा बना दिया गया है. इस खबर में इसी के बारे में बात करेंगे.
मौलाना एएम कासमी से सवाल पूछा गया कि क्या मेकअप करना शरियत के ऐतबार से जायज है? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि अगर किसी भी मेकअप में कोई हराम चीज न मिली हो तो मेकअप करना जायज है.
उन्होंने बताया कि अगर कोई औरत अपने शौहर के लिए सज संवर रही है तो जायज है. इसके अलावा अगर कोई औरत किसी शादी बारात में जाती है और वहां सिर्फ औरतें ही औरते हैं तो भी मेकअप किया जा सकता है. इसमें कोई दिक्कत नहीं है.
मुफ्ती तारिक मसूद से सवाल किया गया कि नाखून बढ़ाना और उस पर नील पेंट लगाना कितना सही है. इस पर उन्होंने कहा कि नाखून बढ़ाना हर हाल में गलत है भले ही इसकी कितनी सफाई की जाए. उन्होंने कहा कि अगर कोई औरत नाखून बड़े रखती है. गुस्ल के वक्त उसमें पानी पहुंचाती है और साफ सफाई का पूरा ख्याल रखती है. तो भी नाखून बड़े रखना जायज नहीं है.
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मुफ्ती तारिक मसूद के मुताबिक अल्लाह के रसूल स0 ने सहीह हदीस में गैर जरूरी नाखून और बाल को काटने का हुक्म दिया है. उन्होंने बताया कि कुरान में जिक्र है कि शैतान ने अल्लाह के सामने कसम उठाई थी कि मैं तेरे बंदों को तेरी तखलीक से दूर कर दूंगा. मतलब ये कि तेरे बंदे तेरी बनाई हुई तखलीक को दूर करेंगे.
मुफ्ती ने कहा कि अल्लाह के रसूल स0 ने 10 चीजों का जिक्र किया है. उन्होंने इसके बारे में इसे काटने या बढ़ाने का हुक्म दिया है. इसमें "मूँछ काटना, दाढ़ी बढ़ाना, मिसवाक करना, नाक में पानी चढ़ाना, नाखून काटना, जोड़ों को धोना, बगल के बाल साफ करना, पेड़ू के बाल साफ़ करना और पानी से पेशाब एवं शोच करने के बाद सफाई, करना" शामिल है.
एक जानकार का मानना है कि नेल पॉलिश लगाने के लिए इसलिए मना किया गया है क्योंकि अगर आप वजू करते हैं या गुस्ल करते हैं तो पानी नाखूनों तक नहीं पहुंच पाता है. इसलिए नेल पॉलिश लगाने से न तो गुस्ल होता है और न ही वजू होता है जिससे इबादत नहीं हो पाती है. हालांकि नाखूनों पर कोई ऐसा रंग लगाना जिससे पानी से दूरी न हो, इसे लगाना जायजा है.
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