भूखों को खाना खिलाने पर क्या कहता है इस्लाम? बताया- सबसे बड़ा सदका
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भूखों को खाना खिलाने पर क्या कहता है इस्लाम? बताया- सबसे बड़ा सदका

Islami Knowledge: इस्लाम में किसी भूखे को खाना खिलाना बहुत बड़ा काम है. एक हदीस में है कि सबसे बेहतरीन सदका यह है कि आप किसी भूखे को खाना खिलाएं.

भूखों को खाना खिलाने पर क्या कहता है इस्लाम? बताया- सबसे बड़ा सदका

Islami Knowledge: इन दिनों दुनिया के कई देशों में गरीबी और बेरोजगारी है. ऐसे में कई देश ऐसे हैं, जहां पर लोगों को कुछ खाने को नहीं है. भारत भी उन देशों में से आता है जहां  गरीबी, बेरोजगारी और भुखमरी है. अगर आप गौर से देखें, तो आपको अपने घर के पास ही कई लोग ऐसे मिल जाएंगे, जिनके पास खाने-पीने की चीजें नहीं है. ऐसे में इस्लाम हमें ये तालीम देता है कि आप भूखों को खाना खिलाएं. किसी भूखे को खाना खिला देने बहुत सवाब का काम है. इस्लाम में इसकी बड़ी फजीलत है. आइए जानते हैं कि किसी भूखे को खाना खिलाने पर इस्लाम क्या कहता है?

खाना खिलाने से अल्लाह राजी
इस्लाम में बताया गया है कि अगर आप किसी भूखे को खाना खिला देते हैं, तो अल्लाह ताला बहुत खुश होता है. इस्लाम में एक जगह जिक्र है कि एक बार एक शख्स प्रोफेट मोहम्मद स0 के पास आया और उसने कहा कि वह भूखा है. इस पर प्रोफेट मोहम्मद स0 ने अपने साथियों से कहा कि इन्हें कौन खाना खिला सकता है. ऐसे में एक सहाबी ने कहा कि वह उन्हें खाना खिलाएंगे. सहाबी शख्स को अपने घर पर खाना खिलाने के लिए ले गए. जब वह शख्स खाना खाने लगा तो सहाबी ने दिया बुझा दिया. इस तरह से सहाबी ने अंधेरे में अपनी प्लेट में सिर्फ हाथ चलाया जबकि उस शख्स ने अच्छे से खाना खाया. दूसरे दिन प्रोफेट मोहम्मद स0 ने उस सहाबी से कहा कि आपने जो मेहमान की खातिरदारी की उससे अल्लाह ताला बहुत खुश हुआ. 

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दो लोगों का खाना तीन के लिए काफी
एक दूसरी जगह इस्लाम में जिक्र है कि अगर आपके पास 2 लोगों का खाना है और अगर तीसरा शख्स भूखा है तो उसे आप खाना खिला दें. दो लोगों का खाना तीसरे के लिए काफी होता है. हदीस में एक वाकिया है कि 'अस्हाबे-सुफ्फा' गरीब लोग थे. एक बार प्रोफेट मोहम्मद स0 ने फरमाया कि जिसके यहां दो लोगों का खाना हो वह यहां से 1 शख्स को ले जाए. जिसके यहां 4 लोगों का खाना हो वह यहां से पांचवें और छठे शख्स को ले जाए और खाना खिलाए. प्रोफेट मोहम्मद खुद वहां से 10 लोगों को खाना खिलाने ले गए. 

भूखे को खाना खिलाने पर हदीसें
भूखों को खाना खिलाने के बारे में एक हदीस में आता है कि "वह शख्स ईमान नहीं रखता जो अपना पेट भरता हो और उसका पड़ोसी उसके पास भूखा रह जाता हो. प्रोफेट स0 ने कहा: बीमारों से मिलो, भूखों को खाना खिलाओ और कैदी की रिहाई की व्यवस्था करो." (हदीस: बुखारी) एक दूसरी हदीस में है कि "किसी भूखे व्यक्ति को एक खुराक खाना खिलाना सबसे अच्छा सदका है. (हदीस: बुखारी मुस्लिम)

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