H9N2 Virus: चीन मे कोरोना के बाद अब फिर से नई महामारी का खतरा मंडरा रहा है. चीन के कई इलाको में निमोनिया के मामले बढ़ रहे है, जिसके वजह से कई बच्चों को सांस लेने मे परेशानी हो रही है. चीन के स्वास्थ्य आधिकारियों के मुताबिक इस मामले के बढ़ते केस की वजह फ्लू और H9N2 हैं.
क्या है H9N2
H9N2 एक वायरस है, जो जानवरो से इंसानो मे फैलता है और फिर इसका ट्रांसमिशन इंसानो में होता है. डॅाक्टरों के मुताबिक H9N2 इन्फ्लूएंजा का ही एक सब-टाइप है. दरअसल, H9N2 जंगली जानवरों और पक्षियों में पाया जाता है. जिसका पक्षियों से इंसानो में ट्रांसमिशन इंसानो में होता है. इंसानो में इस ट्रांसमिशन का दर कम है, लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वालो को आसानी से प्रभावित कर सकता है. इस बीमारी के सिम्टम्स बिल्कुल फ्लू की तरह ही हैं और कुछ मामलों में सांस से संबंधित परेशानियां हो सकती है.
डॅा. जुगल किशोर के मुताबिक H9N2
डॅा. जुगल किशोर सफदरजंग हॅास्पिटल में कम्यूविटी मेडिसिन के प्रोफेसर है, जिनके मुताबिक H9N2 वायरस से खांसी, जुकाम और बुखार होता है, और कुछ मामलो में लंग्स को भी नुकसान पहुँचाता है. ऐसे में चीन मे बढ़ रहे निमोनिया के केस की वजह H9N2 वायरस को माना जा रहा है. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन चीन में तेजी से वायरस फैल रहा है.
अमेरिका में मिला था पहला केस
डॅा. जुगल ने यह भी बताया है कि इसका पहला केस 1966 में अमेरिका मे पाया गया था, जो पहले जंगली पक्षी में आया था और बाद में इंसान मे फैल गया था. 1988 में इंसान में इसका पहला केस सामने आया था. इसके बाद इस वायरस के केस भारत, बाग्लादेश और पाकिस्तान समेत कई देशो में मिले थे.