Budget 2024 Update: बजट पेश होने से पहले क्या-क्या होता है? वित्त मंत्री करती हैं ये काम
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Budget 2024 Update: बजट पेश होने से पहले क्या-क्या होता है? वित्त मंत्री करती हैं ये काम

Budget 2024 Update: आज ससंद में बजट 2024 पेश होने वाला है. इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. निर्मला सीतारम राष्ट्रपति से इजाजत मिलने के बाद बजट पेश कर ने के लिए संसद जाएंगी.

Budget 2024 Update: बजट पेश होने से पहले क्या-क्या होता है? वित्त मंत्री करती हैं ये काम

Budget 2024 Update: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में केंद्रीय बजट 2024 पेश करेंगी, जो उनका लगातार सातवां बजट होगा और दिवंगत मोरारजी देसाई के लगातार छह बजट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देगा. इस बजट में आयकर ढांचे में बदलाव और भारत में व्यापार करने में आसानी में सुधार पर फोकस होने की संभावना है.

आज 11 बजे होगा बजट 2024 पेश

आज सुबह 11 बजे मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया जाना है. सभी की निगाहें वित्त मंत्री के जरिए की जाने वाली प्रमुख घोषणाओं और ओवरऑल इकोनोमी के बारे में सरकार की गाइडेंस पर रहेगी. सीतारमण राज्यसभा में वर्ष 2024-25 के लिए सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण हिंदी और इंग्लिश में पेश करेंगी.

वह लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024-25 की प्रस्तुति के खत्म होने के एक घंटे बाद बजट पेश करेंगी. एक फरवरी को पेश अंतरिम बजट में लोकसभा चुनावों के बाद सरकार बनने तक की अवधि की फाइनेंशियल जरूरतों पर फोकस रखा गया था, जिसके बाद नई सरकार के जरिए पूर्ण बजट पेश किया जाना था. संसद का बजट सत्र 22 जुलाई को शुरू हुआ और निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 12 अगस्त को समाप्त होगा.

पहले नॉर्थब्लॉक जाएंगी निर्मला सीतारमण

बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री नॉर्थ ब्लॉक जाएंगी, जहां वित्त मंत्रालय मौजूद है. वह अपने मंत्रालय के सचिवों से मिलेंगी और बाद में उनके साथ बजट पेश करने से पहले इजाजत लेने के लिए राष्ट्रपति निवास पहुंचेंगी. 

मंत्रिमंडल की बैठक

बजट प्रस्तुत किये जाने से लगभग आधे घंटे पहले प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक होती है, जिसमें मंत्रियों को बजट के बारे में जानकारी दी जाती है और मंत्रिमंडल की मंजूरी ली जाती है.

कैसे तैयार किया जाता है बजट?

वित्त मंत्रालय आमतौर पर सभी मंत्रालयों, केंद्र शासित प्रदेशों, राज्यों और स्वायत्त संस्थाओं को सितंबर-अक्टूबर के आसपास केंद्रीय बजट के लिए अपनी मांगें और सिफारिशें भेजने के लिए परिपत्र जारी करता है, बजट आमतौर पर 1 फरवरी को पेश किया जाता है.  बजट पेश होने से कुछ दिन पहले, सरकार में 'हलवा समारोह' आयोजित करने की परंपरा है, जो बजट दस्तावेज़ की छपाई की शुरुआत का प्रतीक है.

हलवा समारोह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वित्त मंत्रालय में तालाबंदी की शुरुआत का भी प्रतीक है, जिसका अर्थ है कि किसी भी अधिकारी को मंत्रालय परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है. संसद में वित्तीय दस्तावेज पेश किए जाने के बाद ही बजट टीम के सभी लोगों को बाहर जाने की अनुमति दी जाती है. नॉर्थ ब्लॉक में स्थित बेसमेंट के अंदर केंद्रीय बजट की छपाई 1980 से एक स्थायी विशेषता रही है.

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