Twang Clash: तवांग में हुई झड़प के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है. अब एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुझे जवानों पर भरोसा है लेकिन हमरी लीडरशिप कमजोर है.
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Twang Clash: तवांग मामले को लेकर भारत और चीन के बीच अभी सब कुछ नॉर्मल दिखाई दे रहा है. लेकिन इस मुद्दे पर विपक्ष भारत सरकार को घेरता नजर आ रही है. एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है वहीं एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से घबराते हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि बड़े अफसोस की बात है कि मोदी सरकार खामोशी को बनाए हुई है. तवांग मामला 9 दिसंबर को पेश आया, पार्लियामेंट चल रही है. लेकिन 12 तारीख की रात में मीडिया के जरिए पता चल रहा है कि हमारे देश के बहादुर जवान जख्मी हुए हैं. जब पार्लियामेंट चल रहा है कि सरकार पूरे देश को क्यों नहीं बता रही है. यह क्लैश कैसे हुआ, कितने राउंड फायरिंग हुई, हमारे कितने सिपाही जख्मी हुए और कैसे चीन हमारे जमीन पर घुसकर हम पर हमला करता है. इस बात की जानकारी पार्लियामेंट को देनी थी.
इस वक़्त मुझे पूरा भरोसा है भारतीय आर्मी पर। लेकिन प्रधानमंत्री की कमज़ोर पॉलिटिकल लीडरशिप है जो चीन का नाम लेने से कतराते हैं। - Barrister @asadowaisi #IndianArmy #IndiaChina https://t.co/W02zPXvCmv
— AIMIM (@aimim_national) December 13, 2022
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुझे भारतीय जवानों पर पूरा भरोसा है. लेकिन पीएम मोदी की एक कमजोर लीडरशिप है, वह चीन का नाम लेने से भी घबराते हैं. गलवान के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि ना कोई घुसा था और ना ही कोई घुसेगा. तो कल क्या आप यही बात कहेंगे?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बड़ी अफसोस की बात है कि हमारे विदेश मंत्री ने कहा था कि पुराने रिश्ते उस वक्त तक बहाल नहीं होंगे जब तक बॉर्डर पर हालात खत्म नहीं हो जाते. लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री चीन से मिलते हैं. यह सही है कि जी20 की अध्यक्षता हमारे पास आ रही है. लेकिन ये बिलकुल नहीं है कि हम अपनी जमीन पर कंप्रोमाइज करेंगे.
तवांग मामले को लेकर रक्षा मंत्री ने कहा था कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि तवांग में हुई झड़प में कोई भी सैनिक मारा नहीं गया है और ना ही कोई गंबीर तौर से घायल है. मैं सदन को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हमारी सेना क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर सकती है. हमारी फौज किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए तैयार है. मुझे इस बात का यकीन है कि सदन इस बात का समर्थन करेगा.