AMU Controversy: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 26 जनवरी के मौक़े पर लगाए गए मज़हबी नारे को लेकर विवाद ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है.इस मामले में अब हिंदू महासभा ने एएमयू में जिन्ना की जगह वीर सावरकर की तस्वीर लगाए जाने की मांग की है.
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AMU Controversial Slogan: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और विवादों का पुराना नाता रहा है. आए दिन ऐसी कोई न कोई ख़बर सामने आती रहती है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर धार्मिक नारे लगाए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है. इस मामले में अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया है. वीर सावरकर की तस्वीर लगाए जाने की मांग आ रहे अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं को रविवार को मडराक टोल प्लाज़ा पर पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया. पुलिस ने मुज़ाहेरीन से मेमोरेंडम लेकर उनको वापस भेज दिया. हिंदू महासभा के वर्कर्स आगरा से एएमयू की तरफ जा रहे थे.
"एएमयू में वीर सावरकर की फोटो लगाई जाए"
प्रदर्शकारियों के हाथ में वीर सावरकर की फोटो थी. वो मांग कर रहे थे कि 26 जनवरी के दिन एएमयू में जो मज़हबी नारे लगाए गए उस पर पुलिस ने कम धाराएं लगाकर केस दर्ज किया है. इस मामले में देशद्रोह और एनएसए की धारा के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए. महासभा के नेशनल स्पोक्सपर्सन संजय जाट ने बताया कि सोशल मीडिया के ज़रिए से पता चला कि एएमयू में 26 जनवरी के दिन जिस तरह से देशद्रोही नारे लगाए गए.उन्होंने बताया कि हम लोगों ने एक मेमोरेंडम के ज़रिए अपनी बात रखी है. एहतेजाजियों ने अपनी दलील पेश करते हुए कहा कि जब भारत-पाकिस्तान में बंटवारा हो चुका है तो जिन्ना की तस्वीर लगाने का क्या मतलब है. उनकी मांग है कि एएमयू में जिन्ना की जगह वीर सावरकर की फोटो लगाई जाए.
नारा लगाने वाला छात्र पर गिरी थी गाज
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में गणतंत्र दिवस के दौरान धार्मिक नारे लगाए जाने के मामले में एएमयू इंतेज़ामिया ने बड़ा एक्शन लिया था. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नारा लगाने वाले छात्र को सस्पेंड कर दिया है. एएमयू के प्रॉक्टर की तरफ़ से इस बात की तस्दीक़ की गई थी. सस्पेंड किए गए छात्र की पहचान NCC कैडेट वहीद उज जवां के तौर पर की गई जो कि पश्चिमी बंगाल का रहने वाला है.
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