Akhilesh Yadav vs Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बुलडोजर एक्शन जारी है. जिसको लेकर आम जनता से लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंतित है. इस बीच बुलडोजर एक्शन को लेकर अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ में जुबानी जंग छिड़ गई है.
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Akhilesh Yadav vs Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री और सपा चीफ अखिलेश यादव और मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में बुलडोजर एक्शन को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है. बुलडोजर एक्शन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रूख गोरखपुर की तरफ होगा. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज अखिलेश यादव पर तंज कसा है.
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर बोला हमला
योगी आदित्यानाथ ने कहा है कि बुलडोजर चलाने के लिए 'दिल और दिमाग' की जरूरत होती है. इस पर अखिलेश यादव ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि बुलडोजर में दिमाग नहीं बल्कि स्टीयरिंग होता है. उत्तर प्रदेश की जनता कब किसका स्टीयरिंग बदल दे, कुछ पता नहीं.
इस बयान पर पटलवार करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुलडोजर पर हर व्यक्ति के हाथ फिट नहीं हो सकता है. इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए. बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा जिसमें हो, वो ही बुलडोजर चला सकता है. दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे.
सीएम योगी के बयान पर अखिलेश ने किया पटलवार
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, ''जहां तक दिल और दिमाग की बात है तो बुलडोजर में दिमाग नहीं होता. स्टीयरिंग होता है. बुलडोजर तो स्टीयरिंग से चलता है. उत्तर प्रदेश की जनता कब किसका स्टीयरिंग बदल दे या दिल्ली वाले कब किसका स्टीयरिंग बदल दे, कुछ पता नहीं. जिनके लिए बुलडोजर बल और नाइंसाफी का प्रतीक है, मैं उन्हीं को बुलडोजर की मुबारकबाद देना चाहता हूं.''
पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रूख होगा गोरखपुर की तरफ
अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में कहा था कि साल 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया होगा और राज्य में समाजवादी सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रूख गोरखपुर की तरफ होगा. यानी उन्होंने सीधे तौर पर योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है. क्योंकि गोरखपुर योगी आदित्यनाथ से ही आते हैं.
सुप्रीम कोर्ट का किया जिक्र
सपा चीफ ने आज बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के रुख का जिक्र करते हुए कहा, ''आपको जानबूझकर जिनसे बदला लेना था, नीचा दिखाना था. वहां अपनी सरकार की ताकत पर आपने जानबूझकर बुलडोजर चलाया. इसका परिणाम यह हुआ कि हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक यह कहा जा सकता है कि बुलडोजर संवैधानिक नहीं है, असंवैधानिक चीज है. उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि अब बुलडोजर नहीं चल सकता तो क्या अभी तक जो बुलडोजर चल रहा था उसके लिए सरकार माफी मांगेगी?''
बुलडोजर एक्शन पर सख्त है सुप्रीम कोर्ट
गौरतलब है कि कई राज्यों में प्रशासन द्वारा आपराधिक मामलों में संदिग्ध लोगों के घरों को बुलडोजर से ढहाए जाने के बीच सुप्रीम कोर्ट ने पिछली दो सितंबर को सवाल उठाया कि किसी का घर सिर्फ इसलिए कैसे ढहाया जा सकता है. क्योंकि वह आरोपी है. न्यायालय ने कहा कि वह इस मुद्दे पर दिशा-निर्देश तैयार करेगा, जो पूरे देश में लागू होंगे.