सीरिया के राष्ट्रपति ने क्यों छोड़ा मुल्क, तख्तापलट के बाद खुद किया क्लियर; जानिए क्या कहा?
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सीरिया के राष्ट्रपति ने क्यों छोड़ा मुल्क, तख्तापलट के बाद खुद किया क्लियर; जानिए क्या कहा?

Syrian President Statement: बशर अल-असद 2000 में अपने पिता हाफ़िज़ अल-असद के बाद सत्ता में आए थे, जिन्होंने लगभग तीन दशकों तक सीरिया पर मज़बूत पकड़ के साथ शासन किया था.

सीरिया के राष्ट्रपति ने क्यों छोड़ा मुल्क, तख्तापलट के बाद खुद किया क्लियर; जानिए क्या कहा?

Syrian President Statement: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ हो गए हैं. वे रूस की राजधानी मॉस्को में हैं. बशर अल असद को अपदस्थ किए जाने के बाद उनके बारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. हालांकि, अब उन्होंने अपने निर्वासन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुल्क छोड़ना उनके लिए कभी कोई विकल्प नहीं था.

सीरिया के राष्ट्रपति ने अपने बयान में लिखा,  "जैसे-जैसे आतंकवाद सीरिया में फैलता गया और आख़िरकार  7 दिसंबर 2024 की शाम दमिश्क तक पहुंच गया. इसके बाद राष्ट्रपति के भाग्य और ठिकाने के बारे में सवाल उठने लगे. ये ऐसे वक्त में हुआ जब झूठी खबरों और सच्चाई से बहुत दूर कई नैरेटिव की बाढ़ आ गई थी, जिसका मक़सद इंटरनेशनल टेररिज्म को सीरिया के लिए क्रांति के रूप में पेश करना था."

इस वजह से बयान करने में हुई देरी
उन्होंने अपने बयान में आगे लिखा, "मुल्क के इतिहास के ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ पर, जहां सच को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, उसके लिए इन गलत बयानबाजियों के बारे में बात करना जरूरी हो गया है. दुर्भाग्य से, उस वक्त की मौजूदा हालातों में सुरक्षा कारणों की वजह से संचार को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, जिसकी वजह इस बयान को जारी करने में देरी हुई है."

दहशतगर्दों का करना चाहता था मुकाबला
उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, "मेरे सीरिया छोड़ने को लेकर कोई योजना नहीं बनाई गई थी और न ही ये लड़ाई के अंतिम घंटों के दौरान हुआ, जैसा कि कुछ लोगों ने दावा किया है. इसके उलट, मैं दमिश्क में ही था और रविवार 8 दिसंबर 2024 की सुबह अपनी ड्यूटी कर रहा था. जैसे ही दहशतगर्दों ने दमिश्क में घुसपैठ की, मैं लताकिया चला गया ताकि मैं वहां से रूसी सहयोगियों के साथ युद्ध अभियान को देख सकूं." उन्होंने ये भी बताया, "हमिमीम एयरबेस में रूसी सैन्य ठिकानों पर तेज़ी से ड्रोन के हमले होने के बाद रूस ने उन्हें हवाई मार्ग से मॉस्को ले जाने का फ़ैसला किया."

24 साल का शासन खत्म
बशर अल-असद 2000 में अपने पिता हाफ़िज़ अल-असद के बाद सत्ता में आए थे, जिन्होंने लगभग तीन दशकों तक सीरिया पर मज़बूत पकड़ के साथ शासन किया था. असद को एक समय अजेय माना जाता था, लेकिन अल-कायदा से जुड़े आतंकवादी संगठन हयात तहरीर अल-शाम (HTS), जिसे पहले अल-नुसरा फ्रंट के नाम से जाना जाता था, और सहयोगी समूहों के नेतृत्व में 8 दिसंबर को एक तेज़ हमले के दबाव में असद का शासन ढह गया.

इजरायल कर रहा है हमला
वहीं, सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता के पतन के बाद इजरायल सीरियाई सेना के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है . इन हमलों के बारे में इजरायल का कहना है कि ये हमले "आतंकवादी" ताकतों को हथियार हासिल करने से रोकने के लिए किए जा रहे हैं. इजराइल ने शनिवार शाम पांच घंटे के दौरान सीरिया में अलग-अलग जगहों पर 61 मिसाइलें दागीं. 

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