Lithium in Saudi: सऊदी अरब में पेट्रोल और गैस के अलावा सफेद सोना यानी लिथियन निकलने लगा है. यहां खारे पानी से लिथियम निकाला जाएगा. अगर यहां लिथियम निकलना जारी रहा तो जल्द ही यहां की अर्थव्यस्था अच्छी हो जाएगी.
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Lithium in Saudi: सऊदी अरब सबसे ज्यादा अमीर मुस्लिम देशों में शामिल है. सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था तेल और गैस पर निर्भर है. अपनी अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने के लिए और इसमें विविधता लाने के लिए सऊदी अरब ने नया रास्ता ढूंढ निकाला है. सऊदी अरब को हाल ही में लिथियम का भंडाल मिला है. यह समु्द्र के किनारे ऑयल फील्ड में मिला है. खबरों के मुताबिक सऊदी अरब की सरकारी कंपनी आरामको ने ये भंडार निकाला है. पेट्रोलियम और गैस की इस कंपनी ने लिथियम के लिए एक अभियान चलाया था.
जल्द ही शुरू होगा प्रोजेक्ट
सऊदी अरब के खनन मामलों के उप मंत्री खालिद बिन सालेह अल-मुदैफर ने जानकारी दी है कि सऊदी अरब जल्द ही लिथियम के खनन को बढ़ावा देने के लिए एक कमर्शियल प्रोजेक्ट शुरू करेगा. उन्होंने बताया कि 'किंग अब्दुल्लाह यूनिवर्सिटी फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी' इस प्रोजेक्ट को लीड करेगी. सऊदी में अब खनन कंपनी Ma'aden और अरामको के सहयोग से लीथियम निकालेगी.
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नमकीन पानी से निकलेगा लिथियम
मंत्री के मुताबिक सऊदी अरब में लिथियम निकालने की तकनीकि 'किंग अब्दुल्लाह यूनिवर्सिटी फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी' में विकसित की गई. यहां लिथियम निकालने का काम तेजी से जारी है. उन्होंने जानकारी दी कि वह ऑयल फील्ड में कमर्शियल पायलट बना रहे हैं. सऊदी में नमकीन पानी से लिथियम निकलेगा. सऊदी मंत्री के मुताबिक नमक के मैदान से निकलने वाला लिथियम की तुलना में खारे पानी से लिथियम निकलना बहुत महंगा है. उनके मुताबिक अगर लिथियम की कीमतें बढ़ती हैं तो इससे बहुत फायदा होगा.
लिथियम की बढ़ रही मांग
ख्याल रहे कि दुनिया भर में जीवाश्म ईंधन जैसे तेल और कोयला खत्म हो रहा है. ऐसे में लिथियम इन ईंधनों की जगह लेने के लिए तैयार है. लिथियम धातु की मांग बहुत ज्यादा है, इसलिए इसे सफेद सोना कहा जाता है. आपको बता दें कि आज के दौर में लिथियम बहुत अहम चीज हो गई है. इन दिनों बैटरी से चलने वाली लगभग सभी चीजों में जो बैट्री लगाई जाती है उसमें लिथियम का इस्तेमाल होता है.