भारत और सऊदी अरब को करीब ला रहा 'नुसुक'; उमराह करने जा रहे तो डाउनलोड कर लें ये ऐप
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भारत और सऊदी अरब को करीब ला रहा 'नुसुक'; उमराह करने जा रहे तो डाउनलोड कर लें ये ऐप

Hajj 2024: सऊदी अरब और भारत के बीच ख़ुशगवार ताल्लुक़ जारी है. वहीं, नुसुक ऐप की मदद से ज़ायरीन मक्का-मदीना ( Mecca-Madina ) की ज़ियारत के साथ सऊदी अरब के दीगर मक़ामात की सैर, जैसे सऊदी के बाज़ार, पकवान और कल्चर का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं.

भारत और सऊदी अरब को करीब ला रहा 'नुसुक'; उमराह करने जा रहे तो डाउनलोड कर लें ये ऐप

Hajj 2024: सऊदी अरब और भारत के बीच बेहतर ताल्लुक़ात है. दोनों मुल्क के बीच ख़ुशगवार ताल्लुक़ की एक वजह हज और उमराह पॉलिसी है, और इसकी एक अहम मिसाल है कि पिछले कुछ साल में भारत से रिकॉर्ड तोड़ ज़ायरीन हज-उमराह की अदाएगी के लिए सऊदी अरब पर पहुंचे हैं. अभी पिछले साल ही 18 लाख से ज़्यादा भारतीयों ने उमराह की अदाएगी के लिए सऊदी अरब का दौरा किया है. ये कामयाबी, दोनों मुल्क की हज-उमरह पॉलिसी की वजह से मुमकिन हो सका है.

दरअसल, सऊदी अरब का हदफ़ है कि 2030 तक 30 मीलियन ज़ायरीन तक पहुंचाना है, और इसके लिए सऊदी अरब हज-उमराह ज़ायरीन के लिए बड़े पैमाने पर सहूलियात फ़राहम कर रहा है. इन्हीं में से एक अहम सहूलत सऊदी सरकार की तरफ़ से जारी नुसुक ऐप भी है. nusuk.sa ऐप की मदद से सरकार लोगों को आला मेयार की सहूलत फ़राहम कर रही है. इसके ज़रिए लोगों को ऑनलाइन सहूलत फ़राहम की जा रही है. 

'नुसुक' ऐप का क्या है काम ?
नुसुक ऐप की मदद से ज़ायरीन मक्का-मदीना ( Mecca-Madina ) की ज़ियारत के साथ सऊदी अरब के दीगर मक़ामात की सैर, जैसे सऊदी के बाज़ार, पकवान और कल्चर का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं. नुसुक के ज़रिए लोगों को रहने, खाने पीने, आने-जाने, एयर टिकट और लॉजिस्टिक सर्विस के साथ 120 से ज़्यादा आला मेयार की सर्विसेज़ फ़राहम करती है. मुख़्तसर ये कि नुसुक भारत-सऊदी सरकार के अच्छे रिश्ते और नुसुक ऐप की आसान सहूलत ने भारत से जाने वाले सऊदी ज़ायरीन की तादाद में इज़ाफ़ा कर दिया और आने वाले दिनों में और इज़ाफ़े का इमकान है.
 
बता दें कि इस बार हज के लिए 70 वर्षीय और उससे ज्यादा उम्र के 6 हजार 370 और बिना महरम के 5 हजार 162 महिलाओं के आवेदन मिले, जो पिछले सालों के मुकाबले में बहुत ज्यादा है. इन दोनों कैटेगरी में चयन बिना लाटरी किया गया है. वहीं, बिना महरम वाली महिलाओं के सबसे ज्यादा 3 हजार 584 आवेदन अकेले केरल राज्य हैं. जबकि, इसके अलावा 70 साल और उससे ज्यादा उम्र के सबसे ज्यादा 1306 आवेदन महाराष्ट्र से प्राप्त हुए हैं.

 

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