Muslim Players in Paris Olympics: ओलंपिक में भारत की तरफ से 117 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इन खिलाड़ियों में 4 मुस्लिम खिलाड़ी शामिल हैं. आइए इन चारों मुस्लिम खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं.
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Muslim Players in Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक की शुरूआत हो चुकी है. इसमें 205 देश के 6800 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इस बार ओलंपिक में भारत की तरफ से 117 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इसमें 4 मुस्लिम खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इन खिलाड़ियों ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है.
निखत जरीन
निखत जरीन तेलंगाना के हैदराबाद से ताल्लुक रखती हैं. वह ओलंपिक में बॉक्सिंग (50 किग्रा) खेल में हिस्सा लेंगी. जरीन खान दो बार की चैपियन हैं. निखत जरीन मुस्लिम बैकग्राउंड से आती हैं. उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए बह ज्यादा संघर्ष किया है. निखत ने 2024 में दो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भाग लिया और 75वें स्ट्रैंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में रजत पदक और एलोर्डा कप 2024 में स्वर्ण पदक जीता.
मोहम्मद अजमल
मोहम्मद अजमल केरल के पलक्कड़ से ताल्लुक रखते हैं. वह एथलीट हैं. वह (4×400 रिले) दौड़ में हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने एशियन गेम्स में एक गोल्ड और एक सिलवर जीता है. यह ओलंपिक खेलों में शामिल होने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं. उनका एक वक्तव्य बहुत मशहूर है "धमाका सुनो और बस दौड़ो." केरल में जन्मे और यहीं पहले बढ़े अजमल एक फुलबॉलर बनना चाहते थे. उन्होंने फुटबॉल में अंडर-19 राज्य स्तर तक खेला. लेकिन उनके कोच ने उन्हें धावक बनने पर सलाह दी है.
मोहम्मद अनस यहया
मोहम्मद अनस यहया केरल के नीलमेल से ताल्लुक रखते हैं. वह एथलीट हैं. वह भी (4×400 रिले) खेल में हिस्सा लेंगे. उन्होंने एशियन खेल में 2 गोल्ड और 2 सिल्वर जीते हैं. मोहम्मद अनस यहया ने 2016 के रियो ओलंपिक में हिस्सा लिया था. 2020 में टोक्यो ओलंपिक में अनस ने (4×400 रिले) मीटर मेंस में हिस्सा लिया था. यहां उन्हें दूसरा ओलंपिक मिला था. वह मिल्खा सिंह के बाद ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारत के तीरसे भारतीय क्वार्टर-मिलर हैं. अनस के पिता स्टेट लेवल के एथलीट हैं. वह अपने पिता से इंस्पायर हुए.
अब्दुल्लाह अबु बक्र
अब्दुल्लाह अबु बक्र का ताल्लुक केरल के कोजीकोड से है. ट्रिपल जंप खेल में हिस्सा लेंगे. उन्होंने इस बार ओलंपिक के लिए कोवालीफाई किया है. अब्दुल्लाह ने स्कूल के दिनों में स्प्रिंट, हाई जंप और लॉन्ग जंप में हिस्सा लिया. उन्हें जल्दी ही पता चल गया कि वह ट्रिपल जंप के लिए बने हैं. उन्होंने स्कूल की तरफ से राज्य और राष्ट्रीय लेवल पर खेला और उन्होंने सोने का तमगा जीता. अब्दुल्लाह 17 मीटर लंबी छलांग लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं.