असम सरकार ने 1281 मदरसों को स्कूलों में बदला, दिया ये नाम
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2011443

असम सरकार ने 1281 मदरसों को स्कूलों में बदला, दिया ये नाम

Assam Madrasa: असम सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 1281 मदरसों को स्कूल में बदल दिया गया है. माना जा रहा है कि अब असम में बेहतर पढ़ाई होगी. 

असम सरकार ने 1281 मदरसों को स्कूलों में बदला, दिया ये नाम

Assam Madrasa: असम सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के 31 जिलों में कम से कम 1281 मदरसों का नाम बदल दिया है और उन्हें सामान्य स्कूलों 'मिडिल इंग्लिश स्कूल' में बदल दिया है. राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने अपने एक्स हैंडल पर गुरूवार को यह जानकारी साझा की. 

मदरसों को स्कूल में बदला
उन्होंने लिखा, "माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, असम (SEBA) के तहत सभी सरकारी और प्रांतीय मदरसों को सामान्य स्कूलों में बदल दिया गया है. स्कूल शिक्षा विभाग, असम ने आज एक अधिसूचना के तहत 1281 एमई मदरसों के नाम बदलकर मिडिल इंग्लिश (ME) स्कूल कर दिया है."

एमई स्कूल के रूप में जाने जाएंगे
शिक्षा मंत्री रनोज पेगु की तरफ से साझा किए गए आदेश में कहा गया है, "राज्य सरकार की मंजूरी के अनुसार, प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय, असम के तहत 1281 उच्च प्राथमिक स्कूलों एमई मदरसा का नामकरण तत्काल प्रभाव से एमई स्कूल के रूप में जाना जाएगा."

731 मदरसों पर पड़ा असर
जनवरी 2021 में असम सरकार की तरफ से एक कानून पारित किया गया, जिससे राज्य में सभी सरकारी संचालित मदरसों के लिए सामान्य स्कूल बनने का रास्ता खुल गया. निजी मदरसों को छोड़कर, इसका प्रभाव 731 मदरसों और अरबी कॉलेजों पर पड़ा जो राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड, असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, असम (SEBA) का हिस्सा थे.

शैक्षणिक संस्थानों को प्रथमिकता
इस साल मार्च में कर्नाटक में एक रैली में, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ऐलान किया था कि उनकी सरकार ने 600 मदरसों को बंद कर दिया है और उनका इरादा सभी मदरसों को बंद करने का है क्योंकि वह इस्लामी धार्मिक केंद्रों के बजाय शैक्षणिक संस्थानों को प्राथमिकता देते हैं.

क्या है मदरसा?
एक प्रांतीय शैक्षणिक संस्थान (जैसे मदरसा) वह होता है जो खास समुदाय द्वारा स्थापित किया जाता है, लेकिन सरकार द्वारा वित्त पोषित होता है, जिसमें शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के वेतन और रखरखाव शामिल होते हैं. मदरसों में धर्मांतरण की सुविधा देने वाला नया अधिनियम 1 अप्रैल, 2022 को लागू हुआ. मदरसा शिक्षा को 1934 में असम शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था और उसी वर्ष राज्य मदरसा बोर्ड का भी गठन किया गया था.

Trending news