आज-कल हर दूसरा व्यक्ति गुर्दे की पथरी से पीड़ीत है. लोग शुरूआत में इस चीज का ख्याल नहीं रखते जिसकी वजह से समस्या बढ़ जाती है. आइए जानते है गुर्दे की पथरी के लक्षण और उसे रोकने के तरीके के बैरे में.
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गुर्दे की पथरी के कारण पेशाब में खून आना, उल्टी आना और ज्यादा पेशाब आना जैसी समस्या हो सकती है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, गुर्दे की पथरी से पीड़ित लगभग आधे लोगों को 10 साल के भीतर दूसरी पथरी हो जाएगी. इसलिए चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि गुर्दे की पथरी के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है. यदि कोई पथरी 5 मिलीमीटर (0.2 इंच) से बड़ी हो जाती है, तो यह पेशाब की नली को अवरुद्ध कर सकती है. इसमें पीठ के निचले हिस्से या पेट में गंभीर दर्द होता है. अगर किडनी में है पथरी तो जानिए शरीर में दिखने वाले लक्षण..
तीव्र दर्द
गुर्दे की पथरी आमतौर पर आपके शरीर के बाईं या दाईं ओर दर्द का कारण बनती है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि पथरी कहां बनी है. उदाहरण के लिए, यदि गुर्दे में पथरी है, तो दर्द बगल और पीठ तक फैल जाएगा. जैसे ही पथरी मूत्रवाहिनी से होकर गुजरती है, पीठ का दर्द पेट के निचले हिस्से तक फैल जाता है.
पेशाब के दौरान दर्द
गुर्दे की पथरी वाले लोगों को पेशाब करने के समय दर्द या जलन जैसा फील हो सकता है. इसकी अहम वजह पेशाब की नली में पथरी या उसके टुकड़े होते हैं.
बार-बार पेशाब आना
गुर्दे की पथरी के कारण पेशाब करने की इच्छा बढ़ जाती है. इससे बार-बार पेशाब करने की इच्छा होती है.
पेशाब में खून
पेशाब में खून आना पेशाब की नली या फिर मसाने में पथरी होने का सामान्य लक्षण है. खून के कारण पेशाब गुलाबी, लाल या भूरा दिखाई दे सकता है.
दुर्गंधयुक्त यूरीन
गुर्दे की पथरी के कारण यूरीन के रंग और गंध में बदलाव हो सकता है. दुर्गंधयुक्त मूत्र संक्रमण या पथरी के होने का संकेत देता है.
मतली - उल्टी
गुर्दे की पथरी वाले कुछ लोगों को मतली और उल्टी का अनुभव हो सकता है. विशेष रूप से पथरी मूत्र में रुकावट या बैकअप का कारण बन सकती है, जिससे मतली और उल्टी हो सकती है.
पेशाब करने में कठिनाई
गुर्दे की पथरी मूत्रवाहिनी को ब्लाक कर देती है. इससे पेशाब करने में दिक्कत होती है.
पसीना आना
गुर्दे की पथरी के कारण गंभीर दर्द के कारण पसीना और बेचैनी हो सकती है.
गुर्दे की पथरी को कैसे रोकें?
हाइड्रेटेड रहें
गुर्दे की पथरी से बचने के लिए खूब पानी पियें.
आहार में बदलाव
ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करने के लिए अपने आहार में बदलाव करें. सोडियम का सेवन सीमित करें.
कैल्शियम का सेवन
आहार स्रोतों के माध्यम से ज्यादा कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ खाएं.
स्वस्थ वजन बनाए रखें
मोटापा गुर्दे की पथरी के लिए एक जोखिम कारक है. इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखना जरूरी है.
(नोट- ये डिटेल्स आपको आप जानकारी के मुताबिक दी गई हैं... हम आपसे अनुरोध करते हैं यह लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें और उसके मुताबिक इलाज करें.