30 नंवबर का दिन हिन्दुस्तान के इतिहास में एक ऐसी कहानी से जुड़ा है, जब पूरी दुनिया ने ये मान लिया था कि हिन्दुस्तानी खूबसूरती का कोई सानी नहीं है. तो आखिर ऐसा क्या हुआ था 30 नंवबर को जिससे इस दिन ने हर हिन्दुस्तानी के दिल में अपनी एक खास जगह बना ली थी.
30 नंवबर 2000 कई जानी मानी हस्तियां उस दिन लंदन के मिलेनियम डोम में इकट्ठा थीं. दरअसल, यहां पर मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का फाइनल राउंड था
इस प्रतियोगिता में हिन्दुस्तान की ओर से प्रतिभागी थी. बरेली की एक अठारह साल की लड़की. इससे पहले भी हिन्दुस्तान 5 मिस वर्ल्ड मिल चुकी थी.
उस दिन हिन्दुस्तान की ओर से स्टेज पर खड़ी अठारह साल की लड़की कोई और नहीं बल्कि हम सबके दिलों पर राज करने वाली प्रिंयका चोपड़ा थी
सबकी निगाह वहां खड़ी टॉप 3 प्रतिभागी पर थी जिसमें हिन्दुस्तानी मूल की प्रियंका चोपड़ा भी एक थी. इनसब से एक फाइनल सवाल पूछा गया.
प्रिंयका से एक आखिरी सवाल पूछा गया. सवाल था कि प्रिंयका किस महिला को दुनिया की सबसे सफल महिला मानती हैं.
सवाल सुन कर आप जरुर सोचेंगे की ये तो बहुत आम सवाल है, लेकिन आपको बता दें कि ये वही सवाल था जिसके जवाब ने प्रिंयका को मिस वर्ल्ड बनाया था.
. इस सवाल के जवाब में प्रिंयका ने अपना जवाब दिया, सवाल के जवाब प्रिंयका ने एक नाम लिया और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मिलेनियम डोम गूंज उठा.
दरअसल इस सवाल के जवाब में प्रियंका ने मदर टेरेसा का नाम लिया था, इसके बाद ही मिस इटली और मिस तुर्की की उपविजेता के तौर पर घोषणा हुई
इसके बाद आया वो एक पल जिसके लिए पूरा देश राह देख रहा था, और वो था मिस वर्ल्ड 2000 का ताज पहने पूरी दुनिया के सामने नाज से खड़ी थी हमारी देसी गर्ल.
ट्रेन्डिंग फोटोज़