SA vs AFG: "यह सेमीफाइनल के लायक पिच नहीं थी", अफगानिस्तान की हार पर जोनाथन ट्रॉट का बहुत बड़ा बयान
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SA vs AFG: "यह सेमीफाइनल के लायक पिच नहीं थी", अफगानिस्तान की हार पर जोनाथन ट्रॉट का बहुत बड़ा बयान

SA vs AFG:  अफगानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल के लिए उपयोग की गई पिच की कड़ी आलोचना की और कहा कि इस तरह के बड़े मुकाबले के लिए यह सतह उपयुक्त नहीं थी. इस सतह  से तेज बॉलर्स को मूवमेंट मिल रहा था और साथ ही इसमें अनिश्चित उछाल भी थी.

SA vs AFG: "यह सेमीफाइनल के लायक पिच नहीं थी", अफगानिस्तान की हार पर जोनाथन ट्रॉट का बहुत बड़ा बयान

SA vs AFG: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के पहले सेमीफाइनल मैच में अफगानिस्तान टीम से क्रिकेट प्रशंसक को जैसी उम्मीद थी उस पर अफगान टीम खड़ी नहीं उतर सकी. पूरे टूर्नामेंट में अफगानिस्तान ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इवेंट के आखिरी पड़ाव में करारी हार का सामना करना पड़ा. अफगानिस्तान की इस हार के बाद फैंस काफी नाखुश हैं. वहीं, टीम के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट पिच को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए.    

दरअसल, अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन ये फैसला गलत साबित हुआ और पूरी टीम महज 11.5 ओवर में 56 रन पर ढेर हो गई. इसके जवाब में साउथ अफ्रीका 8.5 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लिया. रीजा हेंड्रिक्स 29 और कप्तान ऐडन मार्करम ने 23 रनों की जीतऊ पारी खेली. 

सेमीफाइल के लिए यह पिच उपयुक्त नहीं थी; जोनाथन 
अफगानिस्तान के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल के लिए उपयोग की गई पिच की कड़ी आलोचना की और कहा कि इस तरह के बड़े मुकाबले के लिए यह सतह उपयुक्त नहीं थी. इस सतह  से तेज बॉलर्स को मूवमेंट मिल रहा था और साथ ही इसमें अनिश्चित उछाल भी थी. यही कारण है कि अफगानिस्तान की टीम इस पिच पर महज 56 रन बनाकर ऑल आउट हो गई जो टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में सबसे कम स्कोर है. विरोधी टीम (SA) ने भले ही लक्ष्य 8.5 ओवर में हासिल कर लिया हो लेकिन उसके बल्लेबाजों को भी काफी संघर्ष करना पड़ा.

ट्रॉट ने मैच के बाद कहा, "मैं खुद को परेशानी में नहीं डालना चाहता और मैं अंगूर खट्टे हैं जैसा मामला भी नहीं बनना चाहता लेकिन यह उस तरह की पिच नहीं थी जिस पर कोई वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेलना चाहेगा."

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि इस विकेट ने बल्लेबाजी को पूरी तरह से मैच से बाहर कर दिया. उन्होंने कहा, "मुकाबला बराबरी का होना चाहिए. मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं कि यह सपाट होनी चाहिए जिसमें स्पिन या सीम मूवमेंट न हो. मेरे कहने का मतलब है कि आपको बल्लेबाजों की भी चिंता होनी चाहिए. बल्लेबाजों को अपने पांव के मूवमेंट पर यकीन होना चाहिए और उन्हें अपने कौशल का उपयोग करने में सक्षम होना चाहिए. टी20 का खेल आक्रामकता और रन बनाने और विकेट लेने से जुड़ा है. यह फॉर्मेट क्रीज पर टिके रहने के लिए नहीं बना है."

तारोबा में पहली पारी में बल्लेबाजों को करना पड़ता है संघर्ष   
तारोबा में मौजूदा वर्ल्ड कप के पांच मैच खेले गए हैं, जिनमें से पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम सिर्फ एक बार 100 रन को पार कर पाई है. मेजबान वेस्टइंडीज ने इस ग्राउँड पर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट पर 149 रन बोर्ड पर लगाकर और उसका सफलतापूर्वक बचाव भी किया.

सेमीफाइनल से खिलाड़ी थके हुए थे; जोनाथन 
अफगानिस्तान का अपना पहला वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेलने से पहले काफी बिजी शेड्यूल था और ट्रॉट ने कहा कि उनके खिलाड़ी थके हुए थे. उन्होंने कहा, "हम पिछले मैच के बाद तीन बजे होटल पहुंच पाए थे और इसके 5 घंटे बाद हमें निकलना पड़ा. इस तरह से हमें सोने का बहुत ज्यादा वक्त नहीं मिला और खिलाड़ी यकीनन थके हुए थे.’’ 

ट्रॉट ने आगे  कहा, "लेकिन हम अपने शेड्यूल से अवगत थे और यह कोई बहाना नहीं है. जब आप वर्ल्ड कप या किसी टूर्नामेंट में खेलते हैं तो सभी चीजें आपके अनुरूप नहीं होती हैं और आपको इन मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ना पड़ता है."

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