हिमाचल प्रदेश में आफत बनी बारिश, कांगड़ा में तेज बारिश से हुआ करोड़ों का नुकसान
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हिमाचल प्रदेश में आफत बनी बारिश, कांगड़ा में तेज बारिश से हुआ करोड़ों का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में इस मानसून बारिश ने खूब कहर बरपाया है. तेज बारिश के चलते प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में खूब तबाही मची. कहीं बाढ़ आने से लोग बह गए तो कही जानवर बह गए. हिमाचल के कांगड़ा में भी बारिश ने खूब तबाही मचाई. यहां बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ.

हिमाचल प्रदेश में आफत बनी बारिश, कांगड़ा में तेज बारिश से हुआ करोड़ों का नुकसान

विपन कुमार/कांगड़ा: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में तेज बरसात की वजह 102 करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है. इसमें लोक निर्माण विभाग पीडब्ल्यूडी को कांगड़ा में सबसे अधिक 80 करोड़ का नुकसान हुआ है जबकि जल शक्ति विभाग आईपीएच को 20 करोड़ सहित बिजली बोर्ड को भी 2 करोड़ की चपत लगी है. वहीं मंगलवार देर रात एक बार फिर जिला कांगड़ा में मौसम का कहर देखने को मिला है, जिसमें बरसात और तेज तूफान से शाहपुर और जयसिंहपुर सहित जिला कांगड़ा घाटी में कई जगह भारी नुकसान हो गया. 

जिले में 35 कच्चे मकान हुए पूरी तरह क्षतिग्रस्त 
उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिला में बरसात के दौरान हुई भारी बारिश से निजी और सार्वजनिक संपत्ति को करोड़ों का नुकसान हुआ है. जिला प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट में पिछले तीन दिनों में एक बच्चे सहित एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं विभिन्न विभागों को करोड़ों का नुकसान हुआ है. भारी बरसात के दौरान जिला में अब तक एक पक्के घर के अलावा 35 कच्चे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसमें करीब 37 लाख का नुकसान आंका गया है.

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बरसात की वजह से अब तक लाखों का हुआ नुकसान
वहीं जिला में 12 पक्के मकान बरसात के दौरान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसमें करीब 7 लाख का नुकसान आंका गया है जिन मकान को थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है उनकी संख्या 140 है, जिसमें करीब 47 लाख का नुकसान आंका गया है. इसके साथ-साथ जिला में 5 दुकानों सहित जिले में 98 गौशालाओं को भी नुकसान पंहुचा है, जिसमें करीब 15 लाख का नुकसान आंका गया है.

सरकारी विभागों को करोड़ों का नुकसान
इसी तरह जिला में अगर विभिन्न विभागों को हुए नुकसान की बात करें, तो लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक 80 करोड़ की चपत लगी है जबकि जल शक्ति विभाग आईपीएच के 20 करोड़ रुपये बह गए हैं, जिनमें 1700 के करीब परियोजनाओं को नुकसान हुआ है. इसी तरह बिजली बोर्ड को 2 करोड़ का नुकसान हुआ है. डीसी कांगड़ा ने बताया कि नुकसान का जायजा लेने के लिए जल्द ही केंद्रीय टीम कांगड़ा जिले का दौरा करेगी और नुकसान का आंकलन करेगी ताकि केंद्रीय सहायता जारी हो सकें.

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