मिक्स मार्शल आर्ट में देश का नाम रोशन करने वाली प्रियम नेगी को आर्थिक तंगी के चलते विदेश प्रशिक्षण जाना हुआ मुश्किल
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मिक्स मार्शल आर्ट में देश का नाम रोशन करने वाली प्रियम नेगी को आर्थिक तंगी के चलते विदेश प्रशिक्षण जाना हुआ मुश्किल

Rampur Sports: बिशप स्तरीय फाइटर बनने के लिए सोम फाइट क्लब की ओर से इंडोनेशिया में आठ माह के प्रशिक्षण के लिए रामपुर की प्रियम को निमंत्रण आया है, लेकिन रुपयों को लेकर फंसी बात. 

मिक्स मार्शल आर्ट में देश का नाम रोशन करने वाली प्रियम नेगी को आर्थिक तंगी के चलते विदेश प्रशिक्षण जाना हुआ मुश्किल

Rampur News: शिमला जिला के रामपुर बुशहर उपमंडल के बेवट की रहने वाली प्रियम नेगी ने स्कूली स्तर पर बॉक्सिंग से खेल शुरू कर अब मिक्स मार्शल आर्ट में देश में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल हासिल किया है.  

प्रियम की उपलब्धियां को देखते हुए सोमा फाइट क्लब जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की एकेडमी है. उसकी ओर से इंडोनेशिया में आठ माह के प्रशिक्षण के लिए उन्हें निमंत्रण मिला है. ताकि वह मिक्स मार्शल आर्ट में अंतरराष्ट्रीय स्तर की अव्वल दर्जे की खिलाड़ी बन सके, लेकिन प्रियम नेगी की पारिवारिक आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण इंडोनेशिया जाना संभव नहीं क्योंकि उनके पिता टैक्सी चला कर घर परिवार चलते हैं. 

दूसरा कोई आर्थिक संसाधन  का जरिया नहीं है. अब प्रियम के पास उम्मीद बची है, तो केवल सरकारी मदद की. प्रियम नेगी ने सरकार से गुहार लगाई है की प्रशिक्षण के लिए मदद करें. ताकि वह वहां प्रशिक्षण लेकर देश प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा कर सके. 

प्रियम नेगी ने बताया कि सोमा फाइट क्लब की ओर से उन्हें इंडोनेशिया में प्रशिक्षण के लिए निमंत्रण मिला है, लेकिन उनके पास आर्थिक संसाधन है नहीं कि वह इंडोनेशिया जा सके. अब सरकार से गुहार लगाई है कि आर्थिक मदद करें. इस अवसर को हाथ से निकलने ना दे. 

उन्होंने बताया कि स्कूली स्तर पर बॉक्सिंग व कॉलेज स्तर पर बुशू और अब ओपन  मिक्स मार्शल आर्ट में वह गोल्ड मेडल ले चुकी है और उसे उम्मीद है कि विदेश जाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की मिक्स मार्शल आर्ट की खिलाड़ी बनेगी. 

प्रियम नेगी के पिता पवन नेगी ने बताया कि प्रियम ने जिला, प्रदेश व नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल लिए हैं और मध्य प्रदेश के शिवपुरी में भी वह प्रशिक्षण ले रही थी. उसके बाद  मुंबई में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल हासिल किया. 

उन्होंने  दानी सज्जनों एवं सरकार से लड़की को प्रशिक्षण के लिए इंडोनेशिया भेजने में मदद की अपील की है. उन्होंने कहा की आठ माह के प्रशिक्षण के लिए करीब 10 लाख रुपए की आवश्यकता है. 

रिपोर्ट- बिगेश्वर नेगी, रामपुर 

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