हिमाचल की पहली न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब हुई शुरू, अब इलाज के लिए नहीं भटकेंगे लोग
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हिमाचल की पहली न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब हुई शुरू, अब इलाज के लिए नहीं भटकेंगे लोग

Nahan News: हिमाचल की पहली न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब नाहन में शुरू हुई है.  नाहन मेडिकल कॉलेज में लैब स्थापित हुई. अब मेडिकल कॉलेज नाहन में न्यूरो रोगियों का उपचार होगा. 

हिमाचल की पहली न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब हुई शुरू, अब इलाज के लिए नहीं भटकेंगे लोग

Nahan News: सिरमौर जिला मुख्यालय में डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में प्रदेश की प्रथम न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब स्थापित की गई है. इस लैब के खुलने के बाद अब सिरमौर जिला व आसपास के जिलों के लोगों को न्यूरो से जुड़े इलाज के लिए बाहरी राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा. 

न्यूरो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब में दिमाग, नसों तथा मांसपेशियों संबंधी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का इलाज किया जा रहा है. यहां विशेषकर 20 वर्ष तक के किशोरों के अतिरिक्त वयस्क मरीजों का इलाज किशोर न्यूरो रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन कुमार की देखरेख में हो रहा है. 

किशोर न्यूरो रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन कुमार ने बताया कि  इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी लैब में प्रदेश सरकार द्वारा 70 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक वीडियो ई.ई.जी. मशीन यहां स्थापित की गई है, जो अगस्त 2024 से पूर्ण रूप से क्रियाशील है तथा यहां प्रतिदिन 5-6 ई.ई.जी. टेस्ट किये जा रहे है.

उन्होंने बताया कि इस वर्ष सितम्बर माह तक 350 मिर्गी के दौरे संबंधी रोगियों , नसों व मांसपेशियों संबंधी 40 मरीजों ,कम सुनने वाले 20 रोगी की (बेरा) जांच तथा 20 मरीजों की दिखाई न देने वालों की जांच की गई है.

डॉ पवन ने बताया कि यहां प्रतिदिन 2-3 छोटे बच्चे जिन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते है. उन्हें दाखिल कर इलाज किया जाता हैं. जबकि 20-25 न्यूरों  संबंधी मरीज ओपीडी में आते है. उन्होंने बताया कि नाहन मेडिकल कॉलेज में हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड, हरियाणा तथा पंजाब के न्यूरो रोग से ग्रस्त मरीज उपचार के लिए आ रहे है.

अपने बेटे के इलाज के लिए पंजाब के जलालाबाद से यहां पहुंचे  संदीप कुमार ने बताया कि उनका 2 साल का बेटा  जन्म से ही न्यूरो रोग से ग्रस्त है, जिसके हाथो में कंपन होती थी. यशदीप का इलाज अनकों चिकित्सालयों में , जहां वह ठीक नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि वह 6 माह से यशदीप का यहां इलाज करवा रहे है, जहां उनके बेटे को पचास फीसदी से अधिक स्वास्थ्य लाभ हो रहा है.

रिपोर्ट- देवेंद्र वर्मा, नाहन

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