रूस-यूक्रेन युद्ध पर विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रिया में पीएम मोदी की वो बात दिलाई याद

यूक्रेन में जारी संघर्ष पर 'गहरी' चिंता जताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत शांति के पक्ष में है और युद्ध की शुरुआत से ही नई दिल्ली की कोशिश यही रही है कि मास्को व कीव संवाद और कूटनीति की मेज पर लौटें, क्योंकि मतभेदों को हिंसा से नहीं सुलझाया जा सकता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 2, 2023, 04:47 PM IST
  • जयशंकर ने ऑस्ट्रिया में प्रवासी भारतीयों को किया संबोधित
  • 'पीएम मोदी ने पुतिन और जेलेंस्की से कई मौकों पर की है बात'
रूस-यूक्रेन युद्ध पर विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रिया में पीएम मोदी की वो बात दिलाई याद

नई दिल्लीः यूक्रेन में जारी संघर्ष पर 'गहरी' चिंता जताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत शांति के पक्ष में है और युद्ध की शुरुआत से ही नई दिल्ली की कोशिश यही रही है कि मास्को व कीव संवाद और कूटनीति की मेज पर लौटें, क्योंकि मतभेदों को हिंसा से नहीं सुलझाया जा सकता है. 

जयशंकर ने ऑस्ट्रिया में प्रवासी भारतीयों को किया संबोधित
दो देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में साइप्रस से यहां पहुंचे जयशंकर ने रविवार शाम ऑस्ट्रिया में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. जयशंकर ने कहा, 'यह (यूक्रेन) संघर्ष वास्तव में अत्यंत गहरी चिंता का विषय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर में घोषणा की, हम वास्तव में मानते हैं कि यह युद्ध का युग नहीं है. आप हिंसा के माध्यम से मतभेदों और मुद्दों को नहीं सुलझा सकते.' 

'पीएम मोदी ने पुतिन और जेलेंस्की से कई मौकों पर की है बात'
उन्होंने कहा, 'इस तरह शुरू से ही हमारा प्रयास (रूस और यूक्रेन से) संवाद और कूटनीति पर लौटने का आग्रह करना रहा है ... प्रधानमंत्री ने खुद राष्ट्रपति (व्लादिमीर) पुतिन और राष्ट्रपति (वोलोदिमिर) ज़ेलेंस्की के साथ कई मौकों पर बात की है. मैंने रूस और यूक्रेन के अपने सहयोगियों से खुद भी बात की है.'

भारत ने रूस और यूक्रेन से कूटनीति व बातचीत के रास्ते पर लौटने तथा जारी संघर्ष को समाप्त करने का बार-बार आह्वान किया है. 

पीएम ने बातचीत के रास्ते पर लौटने का किया है आग्रह
प्रधानमंत्री मोदी ने कई मौकों पर रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से बात की है और शत्रुता को तत्काल समाप्त करने और संघर्ष के समाधान के लिए कूटनीति एवं बातचीत के रास्ते पर लौटने का आग्रह किया है. 

भारत संकट का हल बातचीत से सुलझाने का पक्षधर
पिछले साल 16 सितंबर को मोदी ने उज्बेकिस्तान में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक में उन्हें संघर्ष समाप्त करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा था, 'आज का युग युद्ध का नहीं है.' भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी हमले की आलोचना नहीं की है और यह कहता रहा है कि संकट को बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए. 

(इनपुटः भाषा)

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