जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी पाउडर 2023 से होगा बंद, लग चुके हैं ये संगीन आरोप

जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी अपना बेबी टैल्कम पाउडर बेचना बंद करने जा रही है. अगले साल यानी 2023 से पूरी दुनिया में कंपनी बेबी टैल्कम पाउडर नहीं बेचेगी. कंपनी अमेरिका और कनाडा में पहले ही टैल्कम पाउडर बेचना बंद कर चुकी है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 12, 2022, 05:21 PM IST
  • बेबी पाउडर से कैंसर का खतरा
  • मुकदमेबाजी में उलझी है कंपनी
जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी पाउडर 2023 से होगा बंद, लग चुके हैं ये संगीन आरोप

नई दिल्लीः जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी अपना बेबी टैल्कम पाउडर बेचना बंद करने जा रही है. अगले साल यानी 2023 से पूरी दुनिया में कंपनी बेबी टैल्कम पाउडर नहीं बेचेगी. कंपनी अमेरिका और कनाडा में पहले ही टैल्कम पाउडर बेचना बंद कर चुकी है. अब जॉनसन एंड जॉनसन बाजार में कॉर्नस्टार्च बेस्ड पाउडर लाएगी.

जानिए क्यों बंद होने जा रहा बेबी पाउडर
जॉनसन एंड जॉनसन टैल्कम पाउडर क्यों बंद करने जा रही है? दरअसल, इसका जवाब यह है कि टैल्कम पाउडर को लेकर दुनिया में दावे किए जाते हैं कि इसके इस्तेमाल से कैंसर का खतरा रहता है. हालांकि, जॉनसन एंड जॉनसन का दावा है कि यह पाउडर सेफ है, लेकिन कैंसर के खतरे की जानकारी सामने आने के बाद इसकी बिक्री प्रभावित हुई थी.

बेबी पाउडर से कैंसर का खतरा
कंपनी ने गुरुवार को कहा कि बेबी पाउडर में अब टैल्कम पाउडर की जगह कॉर्नस्टार्च का इस्तेमाल किया जाएगा. यह कमर्शियल डिसीजन है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के खिलाफ 38 हजार से ज्यादा केस चल रहे हैं. कई महिलाओं ने दावा किया कि बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने से उन्हें ओवेरियन कैंसर हो गया. अमेरिका में रेग्युलेटर्स ने दावा किया था कि उन्हें कंपनी के बेबी पाउडर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व मिले. हालांकि, कंपनी हमेशा से इन आरोपों को निराधार बताती रही है.

मुकदमेबाजी में उलझी है कंपनी
कंपनी पिछले पांच वर्षों में मुकदमों में 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा का भुगतान कर चुकी है. कंपनी के बैंकरप्सी की फाइलिंग के अनुसार, कंपनी को सेटलमेंट के मामले सुलझाने के लिए अब तक करीब 3.5 बिलियन डॉलर का पेमेंट करने के लिए मजबूर किया गया है.

अब तक टैल्क से बनता है ये बेबी पाउडर
दरअसल, टैल्क एक प्राकृतिक खनिज है. यह धरती से निकाला जाता है. इसमें सिलिकॉन, मैग्नीशियम, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन होता है. टैल्क हाइड्रोस मैग्नीशियम सिलिकेट है, जिसका इस्तेमाल पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स और कॉस्मेटिक्स में होता है. यह नमी सोखने में इस्तेमाल होता है.

टैल्क से कैंसर के खतरे की बात इसलिए की जाती है क्योंकि जहां से इसे निकाला जाता है वहीं से अभ्रक (एस्बेस्टस) भी निकलता है. ये शरीर के लिए खतरनाक होता है. टैल्क की माइनिंग के दौरान इसमें अभ्रक के मिलने का खतरा रहता है.

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