जहां हुई थी 2 लाख लोगों की हत्या, वहां क्यों जा रहे पीएम मोदी, 66 साल बाद किसी भारतीय पीएम का होगा दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7, क्वाड समूह सहित कुछ प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए शुक्रवार को जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की छह दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के 40 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की संभावना है. उन्होंने बताया कि वह शिखर सम्मेलनों में विश्व के दो दर्जन से अधिक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, जिनमें द्विपक्षीय बैठकें भी शामिल हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 19, 2023, 10:33 AM IST
  • सबसे पहले होरिशिमा जाएंगे पीएम नरेंद्र मोदी
  • जी7 में 3 औपचारिक सत्रों में हिस्सा लेगा भारत
जहां हुई थी 2 लाख लोगों की हत्या, वहां क्यों जा रहे पीएम मोदी, 66 साल बाद किसी भारतीय पीएम का होगा दौरा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7, क्वाड समूह सहित कुछ प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए शुक्रवार को जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की छह दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के 40 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की संभावना है. उन्होंने बताया कि वह शिखर सम्मेलनों में विश्व के दो दर्जन से अधिक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, जिनमें द्विपक्षीय बैठकें भी शामिल हैं. 

सबसे पहले होरिशिमा जाएंगे पीएम मोदी

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 19 मई की सुबह अपनी यात्रा के पहले चरण के लिए जापान के शहर हिरोशिमा के लिए रवाना होंगे, जहां वह दुनिया की विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. उन्होंने बताया कि पीएम जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के न्योते पर वहां जा रहे हैं. 

हिरोशिमा वही शहर है जहां अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान परमाणु हमला किया था. इस हमले में 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. खास बात है कि 66 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री हिरोशिमा की यात्रा कर रहे हैं. इससे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू हिरोशिमा गए थे.

जी7 में तीन औपचारिक सत्रों में हिस्सा लेगा भारत

जापान, जी-7 समूह के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में इसके शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और भारत को इसमें अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है. क्वात्रा ने बताया कि जी-7 समूह की बैठक में प्राथमिकताओं से जुड़े कई विषयों पर चर्चा होगी, जिसमें संपर्क बढ़ाने, सुरक्षा, परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं स्वास्थ्य तथा विकास के अलावा डिजिटलीकरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दे शामिल हैं. 

उन्होंने बताया कि भारत तीन औपचारिक सत्र में हिस्सा लेगा, जिसमें प्रथम दो सत्र 20 मई को और तीसरा सत्र 21 मई को आयोजित किया जाएगा. प्रथम दो सत्र के विषय खाद्य एवं स्वास्थ्य और लैंगिक समानता तथा जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण होंगे. वहीं, शांतिपूर्ण, टिकाऊ एवं प्रगतिशील विश्व जैसे विषयों को तीसरे सत्र में शामिल किया गया है. 

क्वाड देशों के नेता भी कर सकते हैं बैठक

क्वत्रा ने बताया कि जापान के हिरोशिमा में इसी सप्ताह क्वाड समूह के नेताओं की बैठक होने की संभावना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज हिस्सा लेंगे. हालांकि, अमेरिका में उत्पन्न आर्थिक संकट का समाधान करने के लिए बाइडन के अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा स्थगित करने के बाद सिडनी में प्रस्तावित क्वाड देशों के नेताओं की बैठक रद्द कर दी गई है. 

विदेश सचिव ने कहा कि सिडनी में निर्धारित बैठक जिन कारणों से नहीं हो रही है, इसकी जानकारी आप सभी को है और हिरोशिमा में चारों नेताओं की मौजूदगी का लाभ उठाते हुए वहां यह बैठक आयोजित करने की योजना है.

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