LIC-Adani Investment: अमेरिका की एक इंवेस्टर रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर जब से अपनी रिसर्च रिपोर्ट जारी की है तब से भारतीय शेयर बाजार में भूचाल आ गया है और अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयर प्राइस में भारी गिरावट देखी जा रही है. अडानी ग्रुप के शेयर्स में हुई इस हलचल ने निवेशकों के मन में चिंता डाल दी है तो वहीं पर अडानी ग्रुप में निवेश करने वाले सरकारी संस्थान LIC और देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी समूह पर अपनी कंपनियों के शेयर्स का मूल्य 85 गुना बढ़ा चढ़ाकर दिखाने के साथ-साथ अकाउंटिंग में फ्रॉड करने का आरोप लगाया है.
अडानी ग्रुप्स की गिरावट से घाटे में नहीं LIC
हालांकि इसके बावजूद अडानी समूह ने अपने शेयर्स के दाम करने से मना कर दिया है. इस बीच भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने अडानी ग्रुप में अपने निवेश को लेकर सफाई दी है और साफ किया है कि यह इन्वेस्टमेंट संस्था के लिये बनाये गये निर्धारित रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के अंतर्गत ही किया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई को दिये गये एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सचिन तुहिन कांत पांडे ने इस मामले से जुड़े कई सवालों के जवाब दिये हैं.
एलआईसी की ओर से जारी किये गये ताजा बयान पर बात करते हुए सचिव ने कहा,'LIC ने पहले ही एक पब्लिक नोट जारी कर साफ कर दिया है कि अडानी ग्रुप में उनके निवेश का स्तर क्या है और उस निश्चित तारीख तक उसकी वैल्यू क्या है. एलआईसी शेयर बाजार में रिस्क के साथ निवेश कर सकता है बशर्ते वो रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के अंदर हो जिसे की आईआईडीएआई रेगुलेट कर रहा है.'
LIC ने अडानी ग्रुप में किया है एक प्रतिशत से भी कम निवेश
अडानी ग्रुप के शेयर्स में हुई हालिया गिरावट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो इस पर कुछ भी नहीं कह सकते हैं क्योंकि DIPAM केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्रों से जुड़े एंटरप्राइजेज की देख रेख करता है.
उन्होंने कहा,' वो (LIC) जीसेक नाम के सुरक्षित सरकारी सिक्योरिटीज के तहत आते हैं और उनके पास कुछ रेटेड बॉन्ड्स और इक्विटी है. इसके अलावा वो एक रणनीति के तहत अपने निवेश करते हैं और रिस्क का ध्यान रखने हुए ही पोर्टफोलियो बनाते हैं. तो मुझे नहीं लगता कि इससे एलआईसी पर कोई प्रभाव पड़ने वाला है. किसी कंपनी के स्टॉक प्राइस का उतार-चढ़ाव उनकी बुक्स में नजर आएगा और LIC ने पहले ही इस पर सफाई दे दी है जिसके बाद इस पर कुछ और कहने को बचना नहीं है.'
निवेश का लगभग दोगुना कमा चुकी है LIC
गौरतलब है कि एलआईसी ने साफ किया है कि उसने अडानी ग्रुप के शेयर में कई सालों के अंतर में ₹30,127 करोड़ रुपये का निवे किया जिसकी वैल्यू 27 जनवरी 2023 को ₹56,142 करोड़ थी. एलआईसी के कुल निवेश के तहत अडानी ग्रुप में किया उसका निवेश बुक वैल्यू के अनुसार 0.975 प्रतिशत ही है. लाभांश (डिविडेंड्स) और विनिवेश (डिसइन्वेस्टमेंटस) पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, डीआईपीएएम सचिव ने कहा कि अगले वर्ष का लक्ष्य ₹94,000 करोड़ है, जिसमें से ₹51,000 करोड़ विनिवेश के लिए है और ₹43,000 करोड़ लाभांश प्राप्तियों के लिए है।
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