INDW vs AUSW: साउथ अफ्रीका की मेजबानी में खेले जा रहे 8वें महिला टी20 विश्वकप का पहला सेमीफाइनल मैच गुरुवार को केपटाउन के मैदान पर खेला गया जहां पर भारतीय महिला टीम एक बार फिर से नॉकआउट के दबाव में बिखर गई. जहां हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली महिला टीम नॉकआउट के दबाव को झेल नहीं पाई तो वहीं पर ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम ने 5 रन से मैच को जीतकर लगातार 7वीं बार विश्वकप के फाइनल में जगह बनाने का कारनामा किया.
भारतीय महिला टीम ने 173 रनों का पीछा करते हुए एक अच्छी चुनौती जरूर पेश की लेकिन नॉकआउट मैचों में एक बार फिर से खराब फील्डिंग और स्ट्राइक रोटेट न कर पाने की समस्या भी जारी रखी. इतना ही नहीं भारतीय महिला टीम की खराब किस्मत ने भी उनके लिये जीत के सपने को तोड़ दिया.
हार के बाद छलका हरमनप्रीत का दर्द
एक वक्त था जब भारतीय टीम आसानी से जीत की ओर बढ़ रही थी लेकिन तभी कप्तान हरमनप्रीत कौर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट का शिकार हुई और भारतीय महिला टीम एक बार फिर से फिनिशिंग लाइन को पार करने में नाकाम रही. मैच के बाद जब भारतीय कप्तान ने मीडिया से बात की तो उन्होंने अपने दिल का दर्द साझा करते हुए उस रन आउट को दिल तोड़ने वाला करार दिया.
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, ‘इससे ज्यादा दुर्भाग्यशाली महसूस नहीं कर सकती. जेमिमा रोड्रिग्स के साथ हुई साझेदारी से हम लय में आ गये थे. इसके बाद हम हारने की उम्मीद नहीं कर रहे थे. जिस तरह से मैं रन आउट हुई इससे ज़्यादा कुछ दुर्भाग्याशाली नहीं हो सकता. इस तरह का प्रयास करना और मैच को आखिरी ओवर तक ले जाने से हम खुश हैं. हम आखिरी गेंद तक चुनौती देना चाहते थे.’
बुखार के बावजूद हरमनप्रीत ने खेला मैच
गौरतलब है कि मैच से पहले कप्तान हरमनप्रीत कौर को बुखार था लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मैच खेलने का फैसला किया और एक ताबड़तोड़ अर्धशतक भी जड़ा, हालांकि मैच में उनका रन आउट होना टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिये अपने आंसुओं को रोक पाना मुश्किल था और वो रोती हुई नजर भी आई. हरमनप्रीत का मानना था कि अगर उनका रन आउट नहीं हुआ होता तो वो मैच को एक ओवर पहले ही खत्म कर सकती थी. मैच में जिस तरह से उनकी लय चल रही थी उसे देखते हुए यह ही एक तरीका था जिससे वो आउट हो सकती थी.
खराब फील्डिंग के साथ ही गंवाया स्टंपिंग का मौका
ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और बेथ मूनी, मैग लेनिंग, एश्ले गार्डनर की शानदार पारियों के दम पर 4 विकेट खोकर 172 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. इस दौरान भारतीय महिला टीम ने खराब फील्डिंग भी की तो वहीं पर 2 कैच के साथ एक स्टंपिंग का मौका भी गंवाया.
खराब शुरुआत के बाद हरमन-जेमिमा ने कराई थी वापसी
जवाब में भारतीय टीम ने महज 28 रन पर 3 विकेट खो दिये थे लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर (52 रन, 34 गेंद) और जेमिमा रोड्रिग्स (43 रन, 24 गेंद) ने चौथे विकेट के लिये 41 गेंद में 69 रन की साझेदारी कर टीम की वापसी करा दी थी.
आखिरी के 5 ओवर्स में भारतीय टीम को जीत के लिये 39 रन की दरकार थी और उसके हाथ में 5 विकेट भी बाकी थे, लेकिन डेथ ओवर्स में भारतीय टीम ने फिर पुरानी कहानी दोहराई और 8 विकेट खोकर 167 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 5 रन से मैच जीतकर भारत के खिलाफ एक बार फिर से अपना अजेय रिकॉर्ड बरकरार रखा जिसने पिछले विश्वकप फाइनल और कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया था.
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