लखनऊ. राम मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने अपील की है कि लोगों को अपने बच्चों के नाम हिंदू धार्मिक ग्रंथों से चुनने चाहिए. ट्रस्ट के सदस्य स्वामी विश्वप्रसन्ना तीर्थ ने कहा है कि मंदिर के निर्माण से भी बड़ा काम उसे संरक्षित करना है. यह नहीं मान लेना चाहिए कि हमारी जिम्मेदारियां खत्म हो गईं. उन्होंने यह बातें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कुछ दिन पहले कही हैं.
'सदियों का देखा सपना हुआ पूरा'
स्वामी ने कहा-सदियों से हमने जो सपना देखा था, वह पूरा हो गया है. हमारी सोच यह होनी चाहिए कि कितने वर्षों तक मंदिर उसी रूप में बना रहे और कोई उसे फिर नुकसान न पहुंचा सके. जब तक हमारे बच्चे हिंदू बने रहेंगे और हिंदू बहुसंख्यक रहेंगे, तब तक मंदिर एक मंदिर के रूप में मौजूद रहेगा। देखिए अफगानिस्तान में क्या हुआ, जहां बुद्ध की मूर्तियों को नष्ट कर दिया गया.
बच्चों को दें संस्कृति की शिक्षा
बच्चों को ‘संस्कृति की शिक्षा’ देने की अपील करते हुए उन्होंने कहा-हम हमेशा के लिए जीवित नहीं रहने वाले हैं. हमें अपने बच्चों में हिंदू धर्म और सनातन धर्म के मूल्य डालने होंगे. अपने 'संतति' (बच्चों) को 'संस्कृति' की शिक्षा देकर ही हम इसे संरक्षित करने में सक्षम होंगे. बच्चों के नाम वेदों, पुराणों, रामायण और महाभारत से चुने जाने चाहिए. उन्होंने कहा, इससे बच्चों को यह जानने में मदद मिलेगी कि वे किस संस्कृति से हैं. नाम बदलने के लिए एक अभियान होना चाहिए. इसे सार्वजनिक रूप से मंदिरों में आयोजित किया जाना चाहिए. बच्चों को संस्कृति की शिक्षा देने की शुरुआत होनी चाहिए.
सीएम योगी ने किए अयोध्या में दर्शन
इस बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अयोध्या में हनुमान गढ़ी और राम लला के दर्शन-पूजन कर लोक कल्याण की कामना की. रामनगरी की यात्रा पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला एवं हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए. योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी की यात्रा के दौरान विकास से जुड़ी योजनाओं-परियोजनाओं का जायजा लिया.
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