जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस का झगड़ा पूरे प्रदेश के लिए मुसीबत बन गया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच जमकर घमासान हो रहा है. सियासी वर्चस्व की लड़ाई अब राजस्थान हाई कोर्ट पहुंच गई है. इस पूरे सियासी ड्रामे पर भाजपा की कड़ी नजर है. भाजपा के राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार जनता के द्वारा दिया गया बहुमत खो चुकी है और अब ये जुगाड़ सरकार बन गयी है.
हम भाजपा में आने के लिए सचिन पायलट को न्यौता नहीं देंगे- सतीश पूनिया
भाजपा के राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि हम उन्हें न्योता नहीं देंगे और हां अगर वे पार्टी में शामिल होना चाहें तो स्वागत है. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार जुगाड़ की सरकार है. उन्होंने बहुमत खो दिया है. अगर बागी विधायक इस्तीफा दे देते हैं तो यह सरकार गिर जाएगी. अशोक गहलोत भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा विधायकों की खरीदफरोख्त करके सरकार गिराने की साजिश कर रही है.
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विधानसभा सत्र बुलाने की तैयारी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सदन में अपनी ताकत दिखाने के लिए बुधवार को विधानसभा का सत्र बुला सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि सरकार सोमवार को बागी विधायकों की याचिका पर हाईकोर्ट के फैसले के बाद इस पर विचार करेगी. स्पीकर सीपी जोशी ने सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को अयोग्य ठहराने का नोटिस जारी किया था। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोग वोट डालने नहीं जाएंगे और अब लोकतंत्र बचाने की जरूरत है.