Atishi Marlena Singh Ka Husband Kon Hai: अरविंद केजरीवाल की कट्टर समर्थक मानी जाने वाली मंत्री आतिशी मार्लेना सिंह ऐसे समय में आप का नेतृत्व करने जा रही हैं जब पार्टी कई संकटों से जूझ रही है.
Atishi Marlena Husband Praveen Singh: राजनीति में उतरने से पहले, आतिशी ने अपने पति प्रवीण सिंह के साथ मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल बिताए, जहां उन्होंने जैविक खेती और शैक्षिक पहल को बढ़ावा दिया.
अरविंद केजरीवाल द्वारा समर्थित दिल्ली की मंत्री आतिशी मंगलवार को AAP विधायकों की अगली मुख्यमंत्री बनने की सर्वसम्मत पसंद बनकर उभरीं. 43 वर्षीय आतिशी पार्टी का अब असली चेहरा बन गईं हैं. वह शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन जाएंगी. आतिशी पहले से ही नाम जाना माना नाम था, लेकिन अब जब वह भारत की राजधानी की सीएम बनने जा रही हैं तो लोग इनके बार में जानना चाहते हैं. जैसे कि इनका परिवार, पति इत्यादि.
आतिशी अपने पूरे नाम की बजाय केवल अपना पहला नाम दर्ज कराती हैं (पूरा नाम आतिशी मार्लेना सिंह). वह दक्षिण दिल्ली के कालकाजी से विधायक हैं. आप में उनका राजनीतिक जीवन प्रभावशाली रहा है. वह शिक्षा मंत्रालय में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रहीं. फिर उन्हें सरकार में मंत्री बनाने से लेकर सबसे हाई-प्रोफाइल और अधिकतम विभागों को संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई. दरअसल अरविंद केजरीवाल और दो अन्य बड़े नेता जेल में थे तो उनपर ज्यादा जिम्मेदारी आ गई थी.
आतिशी पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनकी शादी कुछ साल पहले ही हुई है. उनके पति का नाम प्रवीण सिंह है. वे सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आते हैं. हमेशा चुपचाप लो प्रोफाइल में काम करना पसंद करते हैं. आतिशी 2012 से ही आम आदमी पार्टी से जुड़ी हुई हैं. बताया जाता है कि प्रवीण ने भी शुरुआत में उनके साथ आम आदमी पार्टी में काम करना शुरू किया था, लेकिन उनकी ज्यादा कुछ खबरें नहीं आईं. यहां तक कि उनकी कोई फोटो भी नहीं मिलती है. लेकिन सोशल मीडिया पर एक फोटो मिली है, जिसका दावा है कि वह आतिशी के पति की फोटो है. हालांकि, ZEEBharat इसकी पुष्टी नहीं करता है.
राजनीति में प्रवेश करने से पहले, आतिशी और उनके पति प्रवीण सिंह ने 2007 में एक कम्यून की स्थापना की थी. बता दें कि प्रवीण के पास भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद से डिग्री है. प्रवीण काफी पढ़े लिखे और लाइमलाइट से दूर रहकर काम करते हैं. दरअसल, दोनों की नजदीकियों के पीछे गावों का विकास एक अहम कारण था.
आतिशी और प्रवीण ग्राम स्वराज के पैरोकार रहे हैं. गावों में काम करते थे. प्रवीण ने तमाम बड़ी डिग्रियां होने के बाद भी अच्छी नौकरी ना करते हुए गांवों में काम करना पसंद किया. दरअसल, इन्होंने 2007 में एक कम्यून स्थापित करते हुए गांधीजी के ग्राम स्वराज के सपने को आगे बढ़ाया था. उनका मानना था ना सिर्फ गांवों को मजबूत किया जाए, बल्कि शिक्षा देना भी मकसद था.
मध्य प्रदेश में बनाए गए कम्यून के तहत काम करते करते हुए दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं और दोनों ने एक दूसरे को जीवनसाथी बनाने का सोचा. इन्होंने 2007 से 2012 तक गावों में काम किया. प्रवीण सिख राजपूत हैं. शादी के बाद ही आतिशी ने अपने सरनेम में मार्लेना जोड़ा. लेकिन बाद में हटा दिया.
प्रवीण सिंह अमेरिका की कंसल्टेंसी फर्म्स में भी सेवा दे चुके हैं. वे सामाजिक कार्यों पर ही जोर देते हैं. आतिशी और प्रवीण की मुलाकात दिल्ली में हुई थी. सद्भावना इंस्टीट्यूट की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले बीस सालों से, प्रवीण पूरी तरह से सामाजिक प्रयोगों में शामिल रहे हैं.