रूस-यूक्रेन युद्ध सिर्फ मैदान पर ही नहीं लड़ा जा रहा है बल्कि इसे अलग-अलग मोर्चों पर लड़ा जा रहा है जिसमें दोनों देश एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने के लिए एजेंट्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध सिर्फ मैदान पर ही नहीं लड़ा जा रहा है बल्कि इसे अलग-अलग मोर्चों पर लड़ा जा रहा है जिसमें दोनों देश एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने के लिए एजेंट्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.
रूस ने विक्टोरिया शिंकारुक नामक यूक्रेनी एजेंट को कथित रूप से अपने देश में काम करने के आरोप में सजा सुनाई है. उन्हें 21 साल की जेल की सजा सुनाई गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विक्टोरिया शिंकारुक को रूस के सीमावर्ती शहर बेलगोरोड में सक्रिय यूक्रेनी आतंकवादी सेल को धन भेजने के आरोप में सजा सुनाई गई है.
28 साल की विक्टोरिया शिंकारुक ने 'आतंकियों के इस्तेमाल के लिए' एक सुपरमार्केट के कूड़ेदान में कैश छिपाकर रखा था.
हालांकि विक्टोरिया ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा कि उसने अपने पति के कहने पर कैश निकाला. इसके लिए उसे कमीशन मिला लेकिन उसे पता नहीं था कि इसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधि के लिए किया जाना है.
वहीं विक्टोरिया के पति एवगेनी किसेल बचकर निकलने में सफल हुए. वह पहले ही यूक्रेन में अपने रिश्तेदारों के पास भाग गए थे. विक्टोरिया की पुलिस हिरासत में होने की तस्वीर सामने आई है.