Om Prakash Chautala Net Worth: हरियाणा के 5 बार सीएम रह चुके चौटाला की कुल संपत्ति कितनी? भ्रष्टाचार के थे कई आरोप

om prakash chautala death: चौटाला का जीवन राजनीतिक सफलता और कानूनी लड़ाइयों से भरा था. पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने अंतिम दिन गुरुग्राम में बिताए.

om prakash chautala news: ओम प्रकाश चौटाला एक ऐसे व्यक्ति थे, जिनका राजनीतिक जीवन उपलब्धियों और विवादों दोनों से भरा रहा.
 

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ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया. हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल उल्लेखनीय रहा, वे पांच बार इस पद पर रहे. हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद, चौटाला की विरासत भ्रष्टाचार के आरोपों से भी कलंकित है, विशेष रूप से जेबीटी शिक्षकों की भर्ती का मामला. इन घोटालों में उनकी संलिप्तता के कारण अंततः उन्हें दोषी ठहराया गया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें 10 साल की जेल की सजा हुई.

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चौटाला का जीवन राजनीतिक सफलता और कानूनी लड़ाइयों से भरा था. पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने अंतिम दिन गुरुग्राम में बिताए, जहां उनके निवास पर उनका निधन हो गया. उनके निधन से हरियाणा के राजनीतिक इतिहास के एक बड़े अध्याय का अंत हो गया. एक राजनीतिक परिवार में जन्मे चौटाला का करियर जीत और परीक्षणों से भरा था.

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ओम प्रकाश चौटाला की संपत्ति के बारे में 2009 का डेटा मौजूद है. तब चुनाव आयोग को उन्होंने अपनी कुल संपत्ति के बारे में जानकारी दी थी. उनकी तब कुल संपत्ति 15 करोड़ रुपये (15,35,95,730) थी. चुनावी हलफनामे के हिस्से के रूप में किया गया यह खुलासा पूर्व मुख्यमंत्री की वित्तीय स्थिति को उजागर करता है.

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अपने राजनीतिक सफर के दौरान चौटाला पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे, जिनमें सबसे उल्लेखनीय शिक्षकों की भर्ती से जुड़े घोटाले में उनकी संलिप्तता थी. इस घोटाले ने हरियाणा के भीतर शासन और नैतिक प्रथाओं पर महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया, जिसके कारण चौटाला को अदालत ने दोषी ठहराया. यह कानूनी लड़ाई चौटाला के लिए एक बड़ा झटका थी, जिसने उनकी राजनीतिक उपलब्धियों को पीछे छोड़ दिया.

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ओम प्रकाश चौटाला का जीवन कानूनी विवादों से घिरे राजनीतिक वर्चस्व की कहानी थी. हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री के रूप में राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता. हालांकि, उनके करियर को कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा, खासकर भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण जिसके कारण उन्हें दोषी ठहराया गया. चौटाला के निधन से हरियाणा के राजनीतिक इतिहास का एक अध्याय समाप्त हो गया है, जो अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जिसे उसके उतार-चढ़ाव दोनों के लिए याद किया जाएगा.