लोग क्या बात सही कह रह हैं और क्या झूठ कह रहे हैं, क्या इसे पकड़ने का कोई तरीका है? क्या कोई पॉलीग्राफ टेस्ट को चकमा दिया जा सकता है? जानेंः
आंखों में आंख झूठ बोलने वालों को पकड़ना बहुत मुश्किल होता है लेकिन क्या आपको पता है कुछ लोग झूठ आसानी से पकड़ लेते हैं, जानें कैसेः
लोग अपनी सुविधानुसार सच और झूठ बोलते हैं लेकिन क्या उनके झूठ को पकड़ा जा सकता है? ये एक ऐसा सवाल है जो वैज्ञानिकों को हर समय उलझन में रखता है. तो क्या सच और झूठ का पता नहीं लगाया जा सकता है. इसका जवाब है- कुछ हद तक सच-झूठ का पता लगाया जा सकता है.
वैसे सच-झूठ का पता लगाने के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट भी किया जाता है लेकिन इसे बिल्कुल ठीक नहीं माना जाता है. यूएस नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेस के मुताबिक, सिर्फ 15 मिनट की ट्रेनिंग के बाद लोग पॉलीग्राफ टेस्ट को चकमा दे सकते हैं.
हालांकि इंटर एजेंसी समूह ने टॉप मनोवैज्ञानिक के साथ 100 से अधिक रिसर्च प्रोजेक्ट पर काफी खर्च करके पता लगाया था कि पांच गुण वाले लोग झूठ पकड़ने में माहिर बन जाते हैं. इन लोगों में पहला गुण होता है कि ये बातचीत करने में काफी माहिर होते हैं.
दूसरा गुण ये है कि ये बॉडी लैंग्वेज पर अधिक विश्वास नहीं करते हैं. तीसरा गुण है कि वे अचानक ऐसे सवाल पूछते हैं जिसे पूछे जाने के बारे में लोग अंदाज नहीं लगा पाते हैं. इससे झूठे लोगों को झूठ को सोचने का मौका नहीं मिल पाता है.
वहीं चौथा गुण उनमें ये होता है कि वे स्टैटिस्टिक एविडेंस का इस्तेमाल करते हैं. पांचवां और अंतिम गुण उनमें ये है कि वे झूठे लोगों को बहुत जल्दी चैलेंज नहीं करते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.