रामायण में कैकेयी के किरदार को हमेशा से ही सबसे ज्यादा हाइलाइट किया गया है. जहां एक वक्त पर कैकेयी को पति की सबसे पसंदीदा रानी दिखाया जाता है वहीं दूसरे ही वक्त दो वचनों की वजह से उसकी पूरी रूप रेखा ही बदल जाती है. रामानंद सागर की रामायण की कैकेयी पद्मा खन्ना आज भी लोगों की यादों में जिंदा हैं.
रामानंद सागर की रामायण में कैकेयी का किरदार पद्मा खन्ना ने निभाया था. पद्मा खन्ना ने वो किरदार इतनी शिद्दत से किया कि लोग उनसे नफरत करने लगे. वो पद्मा को कैकेयी ही समझते और उन्हें लगता कि वो असल जिंदगी में भी इतनी ही स्वार्थी हैं कि अपने वचनों के लिए अपने पति की जान तक ले सकती हैं.
रामायण का जब दोबारा प्रसारण होना शुरू हुआ तो पद्मा खन्ना की याद दोबारा लोगों को आई. ऐसे में रामायण के सभी किरदारों की खोज शुरू हुई. पद्मा खन्ना की जब फाइल खोली गई तो कई दिलचस्प किस्से सामने आए.पद्मा खन्ना ने भोजपुरी फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की थी. 1961 में आई फिल्म भईया से उन्होंने डेब्यू किया.
साल 1970 में पद्मा खन्ना को एक बड़ा मुकाम हासिल हुआ. उनकी झोली में जॉनी मेरा नाम फिल्म जा गिरी. अमिताभ बच्चन के साथ सौदागर फिल्म में भी पद्मा नजर आईं. फिल्मों में ज्यादातर उन्हें डांसर्स के ही रोल मिलते. सौदागर के सेट पर ही पद्मा को उनकी जिंदगी का हमसफर मिला.
जगदीश एल सिडाना से पद्मा की मुलाकात सेट पर हुई. सिडाना ने अपनी कई फिल्मों में पद्मा को कास्ट भी किया.फिल्मों से शुरू हुआ ये प्यार का सफर कब शादी में बदल गया पद्मा को भी पता ना चला. दोनों ने शादी कर ली और भारत को छोड़ अमेरिका चले गए. वहीं अपने करियर की अगली पारी की शुरुआत दोनों ने की.
पद्मा खन्ना को डांस का बेहद शौक है. यही वजह थी कि अमेरिका में उन्होंने अपने इस शौक को प्रोफेशन में बदल दिया. वहां पद्मा ने इंडियानिका डांस नाम की एक डांस कंपनी खोली. पद्मा ने सात साल की छोटी उम्र से ही कथक सीखना शुरूकर दिया था.पति के निधन के बाद पद्मा ने काम जारी रखा. उनके एक बेटा और बेटी हैं.