नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुवाई में कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी है. सरकार ने एक कमेटी भी बनाई है जो विदेशों में भारत की मिसाइल और दूसरे डिफेंस सिस्टम के सौदे करने में तेजी लाएगा. मोदी सरकार रक्षा क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर होना चाहती है और स्वदेश में निर्मित मिसाइलों और रक्षा उपकरणों को बेचकर विदेशी मुद्रा भी कमाना चाहती है.
5 बिलियन डॉलर के रक्षा एक्सपोर्ट का प्लान
भारत ने 'आकाश' मिसाइल का एक्सपोर्ट वर्जन भी तैयार किया है जिसमें 96 फीसदी स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि अगले साल भारत रक्षा उपकरणों के निर्यात से 5 बिलियन डॉलर कमाना चाहता है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत ने शॉर्ट रेंट की आकाश मिसाइल पर ध्यान लगाया है जो 30 किमी. के दायरे में दुश्मन पर अचूक वार करने में सक्षम है. आकाश मिसाइल का नया वर्जन 25 किमी. के दायरे में फाइटर जेट, क्रूज मिसाइल, एंटी बैलिस्टिक मिसाइल और दुश्मन के जासूसी ड्रोन को मार गिराने में सक्षम है .
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चीन- पाक पर आसमानी 'वार'
अब सवाल उठता है कि क्या भारत विदेशी मुद्रा कमाने के लिए किसी भी देश को आकाश मिसाइल सिस्टम बेच सकता है. कैबिनेट की बैठक के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इस संदेह को भी दूर कर दिया. उन्होंने कहा कि भारत उन मित्र देशों को ही आकाश मिसाइल बेचेगा जो भारत के दुश्मनों को घेर सकें और युद्ध के हालात में भारत की मदद कर सके. फिलहाल वियतनाम और म्यांमार जैसे देश भारत की प्राथमिकता में हैं . इसके अलावा अफगानिस्तान जैसे मित्र देशों को भी मजबूत करने के लिए भारत मिसाइल बेच सकता है.
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बर्फीले पहाड़ों में 'आकाश' अचूक
दिसंबर की शुरूआत में भारत के एयरफोर्स ने आकाश मिसाइल की 10 टेस्ट फायरिंग की थी . सभी टेस्ट फायर आंध्र प्रदेश के सूर्यलंका रेंज से किए गए थे और आकाश मिसाइल टारगेट हिट करने में सौ फीसदी सटीक साबित हुई थी. लद्दाख में आकाश मिसाइल को भारत पहले ही तैनात कर चुका है. जहां चीन और भारत की सेनाएं आमने-सामने खड़ी हैं. सर्दियों में सटीक वार करने के लिए आकाश मिसाइल को सीकर टेक्नोलॉजी से लैस किया गया है. इसके अलावा इसकी तकनीकी दक्षता इस तरह से बढ़ाई गई है कि ये दुश्मन पर 360 डिग्री के एंगल से वार कर सकती है. माइनस 20 से 40 डिग्री के तामपान में भी आकाश मिसाइल को आसानी से लान्च किया जा सकता है.
आकाश मिसाइल क्यों है दुश्मन का ‘काल’?
भारत की स्वदेशी आकाश मिसाइल 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर मंडराते दुश्मन पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है. आकाश मिसाइल का वजन 720 किलोग्राम है और उसकी चौड़ाई करीब 35 सेमी. और लंबी 5.78 मीटर है. ये 4 हजार किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकती है और 60 किलो उच्च विस्फोटक ले जाने में सक्षम है . आकाश के हर लॉन्चर में तीन मिसाइलें लगी होती हैं.
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