नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पारित हो गया. हालांकि, भाजपा के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 48 विधायकों ने मतदान किया.
सोरेन सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
क्या बोले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन
सोरेन ने एक दिवसीय विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें नहीं हैं, वहां वह (भाजपा) लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है’ और इसी कारण विश्वास मत हासिल करने की जरूरत महसूस की गई.
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सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए दंगे भड़का कर देश में ‘गृह युद्ध’ जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर रही है.
असम के सीएम हिमंत सरमा पर आरोप
उन्होंने यह भी दावा किया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा झारखंड के विधायकों की ‘खरीद फरोख्त’ की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समीप आ गए और उन्होंने नारेबाजी की.
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